महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों की प्रक्रिया अक्टूबर के अंत से शुरू होने वाली है, जिसमें मुंबई का प्रतिष्ठित बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव भी शामिल है। इस बार चुनावी मैदान में ठाकरे बंधुओं—उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे—के बीच गठबंधन की संभावना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। दोनों भाईयों ने इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए बेस्ट पतपेढी (क्रेडिट सोसाइटी) के आगामी चुनाव में एकजुट होकर उतरने का फैसला किया है। यह गठबंधन न केवल बेस्ट पतपेढी के 18 अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए है, बल्कि बीएमसी चुनाव के लिए भी एक संभावित रणनीति का संकेत देता है।
बेस्ट पतपेढी चुनाव में एकजुटता
उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने बेस्ट पतपेढी चुनाव के लिए एक साझा ‘उत्कर्ष पैनल’ तैयार किया है। इस पैनल में शिवसेना (यूबीटी) की बेस्ट कामगार सेना और मनसे कर्मचारी सेना के उम्मीदवार शामिल हैं। दोनों पार्टियों के नेताओं ने इसे गठबंधन की औपचारिक घोषणा तक का अस्थायी कदम बताया है। बेस्ट कामगार सेना के अध्यक्ष सुहास सामंत ने पर्चों के माध्यम से इस गठबंधन का प्रचार शुरू कर दिया है। वर्तमान में कामगार सेना का इस क्षेत्र में दबदबा है, और मनसे का साथ इसे और मजबूती दे सकता है।
मराठी अस्मिता ने जोड़ा एक मंच पर
पिछले महीने, 5 जुलाई को उद्धव और राज ठाकरे लगभग दो दशकों बाद एक मंच पर नजर आए। इस दौरान दोनों ने महाराष्ट्र और मराठी अस्मिता को केंद्र में रखकर अपनी एकता का प्रदर्शन किया। इस आयोजन ने दोनों भाइयों के बीच की दूरी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उद्धव के जन्मदिन पर राज ठाकरे का मातोश्री पहुंचना और उन्हें बधाई देना भी एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। शिवसैनिक इसे 19 साल बाद दोनों भाइयों के सार्वजनिक मंच पर एक साथ आने और 13 साल बाद राज के मातोश्री दौरे को शुभ संकेत मान रहे हैं।
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बीएमसी चुनाव में गठबंधन की संभावना
मुंबई के बीएमसी चुनाव, जो स्थानीय निकाय चुनावों के तीसरे और अंतिम चरण में होने की संभावना है, इस गठबंधन के लिए एक बड़ा मंच हो सकता है। कांग्रेस ने पहले ही संकेत दे दिए हैं कि यदि उद्धव की शिवसेना (यूबीटी) इंडिया अलायंस के तहत कोई उप-गठबंधन करती है, तो उसे कोई आपत्ति नहीं होगी। यह गठबंधन न केवल बीएमसी चुनाव में दोनों पार्टियों की स्थिति को मजबूत कर सकता है, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में भी एक नया समीकरण बना सकता है।
मनसे की सक्रियता बढ़ी
उद्धव ठाकरे के साथ नजदीकी के बाद राज ठाकरे की मनसे में भी नई ऊर्जा दिखाई दे रही है। बेस्ट पतपेढी चुनाव में गठबंधन के साथ-साथ मनसे कार्यकर्ता सक्रिय होकर प्रचार में जुट गए हैं। यह गठबंधन दोनों पार्टियों के लिए एक रणनीतिक कदम है, जो भविष्य में महाराष्ट्र की राजनीति में ठाकरे बंधुओं की एकजुटता को और मजबूत कर सकता है।
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