October 15, 2025

ट्रंप-मस्क की फिर से मुलाकात: पुरानी दोस्ती लौटेगी या सिर्फ दिखावा?

अमेरिका के दो दिग्गजों का फिर एक मंच पर

अमेरिका के दो सबसे बड़े नामों, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला-ट्विटर के मालिक एलन मस्क की। लंबे अरसे बाद ये दोनों एक साथ मंच पर नजर आए। हाल ही में आयोजित चार्ली किर्क की स्मृति सभा में ये मौका मिला, जहां दोनों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और गहन बातचीत की। यह घटना इसलिए खास है क्योंकि पिछले कुछ महीनों से दोनों के रिश्तों में खटास थी। एक समय घनिष्ठ मित्र रहे ट्रंप और मस्क अब फिर से एक-दूसरे के साथ खड़े दिखे, जो राजनीति और कारोबार के जगत में एक सकारात्मक संदेश देता है।

मतभेदों की पृष्ठभूमि: बिग ब्यूटीफुल बिल ने तोड़ा रिश्ता

ट्रंप और मस्क की दोस्ती की शुरुआत २०१६ के राष्ट्रपति चुनाव से हुई थी। मस्क ने ट्रंप के अभियान में खुलकर समर्थन किया और दोनों के बीच वैचारिक समानताएं थीं। लेकिन जून २०२४ में ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ को लेकर विवाद भड़क उठा। यह बिल, जो अमेरिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा नीतियों पर केंद्रित था, ट्रंप का पसंदीदा प्रोजेक्ट था। ट्रंप ने इसे ‘अमेरिका का भविष्य’ बताया, जबकि मस्क ने इसे ‘करदाताओं का पैसा बर्बाद करने वाला’ करार दिया। मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर ट्रंप की आलोचना की, तो ट्रंप ने भी जवाबी हमला बोला। इस टकराव ने न केवल उनकी निजी दोस्ती को प्रभावित किया, बल्कि कंजर्वेटिव राजनीति में भी विभाजन पैदा कर दिया। मस्क ने ट्रंप को ‘पुरानी सोच का प्रतीक’ कहा, जबकि ट्रंप ने मस्क को ‘विदेशी हितों का एजेंट’ ठहराया। यह झगड़ा जुलाई २०२४ तक चरम पर पहुंच गया, जब दोनों ने सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे को ब्लॉक कर दिया।

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स्मृति सभा: चार्ली किर्क की याद में एकजुटता का संदेश

चार्ली किर्क की स्मृति सभा इस मुलाकात का केंद्र रही। किर्क, मात्र ३१ वर्ष की उम्र में हत्या के शिकार हो गए, एक युवा कंजर्वेटिव आइकन थे। उन्होंने २०१२ में ‘टर्निंग पॉइंट USA’ की स्थापना की, जो अमेरिकी कैंपसों में रूढ़िवादी विचारों को बढ़ावा देने वाला सबसे बड़ा संगठन बन गया। २०२४ के राष्ट्रपति चुनाव में किर्क की भूमिका सराहनीय रही – उन्होंने युवाओं को ट्रंप समर्थक बनाने में अहम योगदान दिया। उनकी हत्या ने पूरे कंजर्वेटिव समुदाय को झकझोर दिया। इस सभा में ट्रंप ने किर्क को ‘अमेरिका का भविष्य’ कहा, जबकि मस्क ने उनकी ‘निडरता’ की तारीफ की। दोनों की यह मुलाकात न केवल व्यक्तिगत मेल-मिलाप का प्रतीक बनी, बल्कि राजनीतिक एकता का भी उदाहरण पेश किया। ट्रंप ने मस्क से कहा, “हमारे मतभेद हैं, लेकिन दुश्मनी नहीं।” मस्क ने सहमति जताते हुए ट्वीट किया, “सच्चे नेता संवाद से समस्याएं सुलझाते हैं।”

राजनीति और कारोबार में संवाद की अहमियत

यह घटना अमेरिकी राजनीति के लिए एक सबक है। ट्रंप जैसे नेता और मस्क जैसे इनोवेटर के बीच मतभेद स्वाभाविक हैं – एक नीतियों पर जोर देता है, दूसरा तकनीकी नवाचार पर। लेकिन चार्ली किर्क की याद में हुई यह मुलाकात साबित करती है कि संवाद से रिश्ते सुधारे जा सकते हैं। अगर दोनों फिर से सहयोग करें, तो २०२८ के चुनावों में ट्रंप को मस्क का समर्थन मिल सकता है, जो टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के लिए फायदेमंद होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ‘ट्रंप-मस्क गठबंधन’ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकता है, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों और स्पेस टेक्नोलॉजी में।

क्या रिश्ते सुधरेंगे? भविष्य की संभावनाएं

क्या ट्रंप और मस्क के बीच अब स्थायी सुलह हो जाएगी? संकेत सकारात्मक हैं। सभा के बाद दोनों ने संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति पर सहमति जताई। हालांकि, बिग बिल जैसे मुद्दों पर फिर टकराव हो सकता है। लेकिन यह साफ है कि जरूरत पड़ने पर दोनों साथ खड़े हो सकते हैं। अगर संवाद बना रहा, तो यह अमेरिका के लिए वरदान साबित होगा। राजनीति में वैचारिक लड़ाई जरूरी है, लेकिन मेल-मिलाप से ही राष्ट्र मजबूत होता है। चार्ली किर्क की विरासत यही सिखाती है – युवा ऊर्जा से बदलाव लाना।

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