भारत की पाकिस्तान से लगी सीमा वाले राज्यों में 31 मई 2025 को एक बड़ी मॉक ड्रिल (सुरक्षा अभ्यास) होने जा रही है। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा इस मॉक ड्रिल का आयोजन “ऑपरेशन शील्ड” के नाम से किया जा रहा है।पहले इसे 29 मई को आयोजित किया जाना था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से इसे अब 31 मई को आयोजित किया जाएगा।
किन राज्यों में होगी मॉक ड्रिल?
यह नागरिक सुरक्षा अभ्यास देश के पश्चिमी बॉर्डर से सटे सभी जिलों में होगा, जिनमें शामिल हैं: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात यह ड्रिल खास तौर पर पाकिस्तान सीमा से लगे इलाकों में की जाएगी, जहाँ सुरक्षा दृष्टिकोण से हमेशा अलर्ट रहने की ज़रूरत होती है।
मॉक ड्रिल क्यों की जाती है?
मॉक ड्रिल यानी पूर्वाभ्यास, नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों जैसे कि सीमा पार से हमला, आतंकी गतिविधि, बम धमाक, या प्राकृतिक आपदा (भूकंप, बाढ़) से निपटने की तैयारी सिखाने के लिए की जाती है। इसका मकसद है लोगों को सतर्क करना, सुरक्षा बलों और प्रशासन के बीच तालमेल बढ़ाना, आम नागरिकों को सिखाना कि आपदा या हमले की स्थिति में क्या करें और क्या न करें
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किस कानून के तहत हो रही है ड्रिल?
यह अभ्यास नागरिक सुरक्षा नियम, 1968 की धारा 19 के तहत किया जा रहा है। इसी कानून के अंतर्गत केंद्र सरकार को मॉक ड्रिल का आयोजन करने का अधिकार है इसे “द्वितीय नागरिक सुरक्षा अभ्यास (2nd Civil Defence Exercise)” कहा गया है
सरकार की अपील
गृह मंत्रालय और राज्य सरकारों ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें मॉक ड्रिल में सहयोग करें, अपने परिवार और आस-पड़ोस को भी सतर्क रखें देश की सुरक्षा केवल सेना या पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है — हर नागरिक का सतर्क रहना ज़रूरी है। “ऑपरेशन शील्ड” का मकसद है आपको तैयार करना, डराना नहीं।
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