जम्मू-कश्मीर के त्राल में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा प्रहार किया। अवंतीपोरा के नाडेर इलाके में जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया था और कुछ घंटों की तीव्र गोलीबारी के बाद तीनों आतंकी ढेर हो गए। मारे गए आतंकियों की पहचान यावर अहमद भट्ट, आसिफ अहमद शेख और आमिर नजीर वानी के रूप में हुई है। ये आतंकी क्षेत्र में दहशत फैलाने की साजिश रच रहे थे और इनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार सुबह अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस एनकाउंटर की जानकारी साझा की। कश्मीर जोन पुलिस ने लिखा, “अवंतीपोरा के नाडेर, त्राल इलाके में पुलिस और सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ एनकाउंटर शुरू कर दिया है।” दोपहर तक चले इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने तीनों आतंकियों को सफलतापूर्वक निष्प्रभावी कर दिया। इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत अंजाम दिया गया, जो हाल के महीनों में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की लगातार सफलताओं का हिस्सा है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत कश्मीर के कई इलाकों में आतंकियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अब तक कई आतंकी मारे जा चुके हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब सुरक्षाबलों ने आतंकियों को इस तरह निशाना बनाया हो। इससे पहले मंगलवार को शोपियां जिले में राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट ने एक अन्य मुठभेड़ में तीन आतंकियों को ढेर किया था। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर लिया और त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें मार गिराया। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद और अत्याधुनिक हथियार बरामद किए गए, जो उनकी खतरनाक मंशा को दर्शाते हैं। इन हथियारों में कई उन्नत तकनीक वाले उपकरण भी शामिल थे, जो आतंकियों की योजना की गंभीरता को उजागर करते हैं।

ऑपरेशन सिंदूर ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति को और मजबूत किया है। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद इस ऑपरेशन के जरिए सुरक्षाबलों ने करारा जवाब दिया है। इस कार्रवाई ने न केवल आतंकियों के मंसूबों को नाकाम किया, बल्कि सीमा पार बैठे उनके आकाओं को भी सख्त संदेश दिया है। पाकिस्तान द्वारा बार-बार आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन भारतीय सेना और सुरक्षाबल हर बार उनकी साजिश को विफल कर रहे हैं।
कश्मीर के कई इलाकों में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी हैं। सुरक्षाबल संदिग्ध ठिकानों की तलाशी ले रहे हैं और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। इन अभियानों में स्थानीय पुलिस और सेना के बीच बेहतर तालमेल देखने को मिल रहा है, जिसके चलते आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई और प्रभावी हो रही है।
जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सुरक्षाबलों का यह अभियान लगातार जारी है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई न केवल आतंकियों को निशाना बना रही है, बल्कि क्षेत्र में आम लोगों के बीच विश्वास भी पैदा कर रही है। सुरक्षाबलों की इस सफलता ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर अडिग है।
संबंधित पोस्ट
चारधाम यात्रा 2025: इस साल चारधाम यात्रा में 78 श्रद्धालुओं की मौत, हाइपोक्सिया और हार्ट अटैक मुख्य कारण
आरसीबी सम्मान समारोह भगदड़: सहायता राशि की घोषणा
विश्व पर्यावरण दिवस: पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास में लगाया सिंदूर का पौधा