भारत ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रूप से हल होगा। उन्होंने पाकिस्तान से अवैध कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को खाली करने की मांग दोहराई। जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता और भारत-पाक सीजफायर का श्रेय लेने के दावों को भी खारिज कर दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि एकमात्र लंबित मुद्दा PoK पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है, और इसी पर चर्चा होगी।
ट्रम्प के दावों का खंडन, व्यापार से कोई लेना-देना नहीं
डोनाल्ड ट्रम्प ने 12 मई को दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के नेताओं से कहा कि यदि वे युद्धविराम पर सहमत होते हैं, तो अमेरिका उन्हें व्यापार में सहायता देगा, अन्यथा व्यापार बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद दोनों देशों ने सीजफायर पर सहमति जताई। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने इन दावों को सिरे से नकार दिया। जायसवाल ने बताया कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी बंद करने की सहमति तक, भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच केवल सैन्य स्थिति पर बातचीत हुई। किसी भी चर्चा में व्यापार का जिक्र नहीं था।

TRF को UN में आतंकी संगठन घोषित करने की मांग
रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारत ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध करने की मांग की है। TRF, लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा है और इसने कई आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली है। जायसवाल ने कहा कि भारत के पास TRF की गतिविधियों के पुख्ता सबूत हैं, और UNSC की मॉनिटरिंग कमेटी से जल्द जवाब की उम्मीद है। इसके साथ ही, सिंधु जल संधि को स्थगित रखने का फैसला भी बरकरार है।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान को भारी नुकसान
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को निशाना बनाया। जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान के कई ठिकानों, विशेष रूप से आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर, को भारी नुकसान पहुंचा। 9 मई की रात पाकिस्तान के हमले को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने DGMO स्तर की बातचीत की पेशकश की। सैटेलाइट तस्वीरें इस नुकसान की पुष्टि करती हैं। जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान हर युद्ध हारने के बाद भी ढोल पीटने की अपनी पुरानी आदत से बाज नहीं आता।
BSF जवान की रिहाई के लिए रक्षा मंत्रालय सक्रिय
पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद BSF कॉन्स्टेबल बीके साहू की रिहाई के सवाल पर जायसवाल ने कहा कि इस मामले में रक्षा मंत्रालय और सेना सक्रिय रूप से काम कर रही है। हालांकि, उन्होंने दोनों देशों के बीच चल रही बातचीत की विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया। साहू पिछले 20 दिनों से पाकिस्तान की हिरासत में हैं।
बांग्लादेश में लोकतंत्र पर चिंता
विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में अवामी लीग पर प्रतिबंध की खबरों पर चिंता जताई। जायसवाल ने कहा कि बांग्लादेश में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को दबाया जा रहा है और राजनीतिक गतिविधियों पर रोक लगाई जा रही है। भारत चाहता है कि बांग्लादेश में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराए जाएं, ताकि वहां लोकतंत्र मजबूत हो।
संबंधित पोस्ट
असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा: एक “गुप्त” लंच, विवादास्पद बयान और पाकिस्तान की खोखली प्रतिष्ठा
अमेरिका-पाकिस्तान की साजिश: कैसे निक्सन से ट्रंप तक भारत को घेरने की चाल
वॉइट हाउस में पाक सेना प्रमुख का स्वागत: भारत के लिए नई चिंता की घंटी?