मुंबई की लोकल ट्रेन, जिसे देश की ‘लाइफलाइन’ कहा जाता है, एक बार फिर हादसे और लापरवाही की वजह से सुर्खियों में है। मुंब्रा स्टेशन के पास एक तेज़ रफ्तार लोकल ट्रेन से 10 से 12 यात्री गिर गए, जिनमें से 5 की मौत की आशंका जताई जा रही है।
ये हादसा CSMT से कासारा जा रही लोकल ट्रेन में हुआ, जो अपनी क्षमता से कहीं अधिक भीड़ लेकर चल रही थी। ट्रेन के दरवाज़ों पर लटकते यात्री जब बैलेंस खो बैठे, तो वो सीधा पटरी पर गिर पड़े।
रेलवे प्रशासन के मुताबिक, यह हादसा ओवरक्राउडिंग के चलते हुआ है। घटना के तुरंत बाद पुलिस, रेलवे और राहत दल मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
Mumbai Local Accident: हादसे के बाद हड़कंप — क्या मुंबई की लोकल अब मौत की सवारी बन चुकी है?
मुंब्रा हादसे ने एक बार फिर मुंबई लोकल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- हर दिन लाखों लोग लोकल में सफर करते हैं, लेकिन ट्रेनें पर्याप्त नहीं हैं।
- भीड़ इतनी ज्यादा होती है कि लोग दरवाज़ों पर लटककर यात्रा करने को मजबूर हैं।
- यात्रियों की मौत अब कोई अनोखी खबर नहीं रही – यह दैनिक खतरा बन चुका है।
इस हादसे ने न केवल रेलवे प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि आम आदमी की जान आज भी सिस्टम के लिए सबसे सस्ती है।
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर गुस्सा फूट रहा है। एक यूज़र ने लिखा -“हर साल यही होता है, मौतें होती हैं, जांच होती है, लेकिन कोई ठोस सुधार नहीं होता।”
Mumbai Local Accident: रेलवे का बड़ा फैसला — भीड़ नियंत्रण के लिए तुरंत उठाए जाएंगे ये कदम
हादसे के बाद भारतीय रेलवे ने कई महत्वपूर्ण कदमों की घोषणा की है ताकि आगे ऐसे हादसे दोहराए न जाएं:
✅ अतिरिक्त लोकल ट्रेनों की शुरुआत — भीड़ वाले रूट्स पर ज्यादा ट्रेनों को लगाया जाएगा।
✅ स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण टीम की तैनाती — प्लेटफॉर्म पर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
✅ डिजिटल अलर्ट सिस्टम — यात्रियों को लाइव क्राउड अपडेट मिलेंगे ताकि वो वैकल्पिक समय पर यात्रा कर सकें।
✅ रेलवे पुलिस और RPF की सक्रियता — दरवाज़ों पर लटक रहे यात्रियों पर विशेष निगरानी होगी।
रेलवे ने यह भी कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए मुंबई मेट्रो और BEST जैसे ट्रांसपोर्ट सिस्टम के साथ समन्वय किया जाएगा ताकि लोगों को विकल्प मिल सकें।
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