मुंबई से एक अहम खबर सामने आई है। बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से विशेष अपील की है कि बच्चों की साइबर सुरक्षा को लेकर स्कूलों में विशेष कक्षाएं शुरू की जाएं। अक्षय ने कहा कि आज के Digital Age में Cyber Crime बच्चों के लिए पारंपरिक अपराधों से कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है।
बेटी के साथ हुए अनुभव ने जगाई चेतना
साइबर अवेयरनेस मंथ 2025 के उद्घाटन समारोह में अक्षय कुमार ने अपनी बेटी के साथ हुए एक परेशान करने वाले अनुभव का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले उनकी बेटी एक Online Video Game खेल रही थी, तभी एक अजनबी ने चैट के जरिए संपर्क किया। अजनबी ने पूछा कि वह लड़का है या लड़की। जैसे ही बेटी ने जवाब दिया ‘लड़की’, अजनबी ने अनैतिक तस्वीरें मांगी।
अक्षय ने बताया कि उनकी बेटी ने तुरंत गेम बंद कर दिया और अपनी माँ को सूचित किया। इस घटना ने दर्शाया कि बच्चों को Cyber Threats से बचाने के लिए Online Safety Awareness बेहद जरूरी है।
स्कूलों में साइबर सुरक्षा शिक्षा की जरूरत
अक्षय कुमार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि Class 7 to 10 Students के लिए हर सप्ताह एक Cyber Period शुरू किया जाए। इस कक्षा में बच्चों को Cyber Security Awareness, Online Privacy, और Safe Internet Practices के बारे में पढ़ाया जाएगा। उनका मानना है कि इससे बच्चों में Digital Literacy बढ़ेगी और वे Online Threats से सुरक्षित रहेंगे।
साइबर सुरक्षा: युवा पीढ़ी के लिए आवश्यक पहल
अक्षय ने कहा कि डिजिटल दुनिया में बच्चों को सुरक्षित रखना हर माता-पिता और शिक्षक की जिम्मेदारी है। स्कूलों में साइबर सुरक्षा की शिक्षा उन्हें Cyberbullying, Online Predators, और Phishing Attacks से बचाने में मदद करेगी। इससे बच्चे अपने Social Media और Gaming Platforms पर सुरक्षित रह सकेंगे।
भविष्य में डिजिटल सुरक्षा का महत्व
अक्षय कुमार की यह पहल डिजिटल सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। यदि स्कूल स्तर पर साइबर शिक्षा को शामिल किया जाता है, तो यह हमारे युवा को ऑनलाइन खतरों से बचाने में प्रभावी भूमिका निभाएगी।
अक्षय कुमार की अपील से यह स्पष्ट होता है कि Cyber Security Awareness और Digital Safety Education आज के बच्चों के लिए अनिवार्य हैं। स्कूलों में Weekly Cyber Classes की शुरुआत से युवा पीढ़ी सुरक्षित और जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बन सकती है।

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