16 जून 2025 को अमेरिका द्वारा भारत के लिए जारी की गई नई ट्रैवल एडवाइजरी ने दोनों देशों के संबंधों और भारत में सुरक्षा की स्थिति को लेकर फिर से चर्चा छेड़ दी है। इस एडवाइजरी में अमेरिकी नागरिकों को भारत यात्रा के दौरान “अत्यधिक सतर्कता” बरतने की सलाह दी गई है।इस ट्रैवल एडवाइजरी में न सिर्फ भारत के कुछ क्षेत्रों को पूरी तरह से प्रतिबंधित बताया गया है, बल्कि भारत में बढ़ते अपराध, यौन हिंसा, और आतंकी खतरे को लेकर भी गंभीर चेतावनियाँ दी गई हैं।
भारत में यात्रा को लेकर अमेरिकी चेतावनी: क्या कहा गया?
ट्रैवल एडवाइजरी में अमेरिकी सरकार ने कुछ मुख्य बिंदु उजागर किए हैं भारत में रेप को सबसे तेजी से बढ़ते अपराधों में से एक बताया गया है।यौन हमलों सहित अन्य हिंसक घटनाएं पर्यटक स्थलों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर होने की बात कही गई है।
आतंकी हमले बिना किसी चेतावनी के हो सकते हैं। इनका संभावित निशाना होते हैं:
- रेलवे स्टेशन
- बस अड्डे
- शॉपिंग मॉल
- बाजार
- सरकारी कार्यालय
- प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल
किन इलाकों में यात्रा पर रोक या चेतावनी?
अमेरिका ने खासतौर पर कुछ संवेदनशील और अशांत इलाकों का जिक्र करते हुए अपने नागरिकों को इन स्थानों से बचने की सलाह दी है:
- जम्मू और कश्मीर (लेह-लद्दाख को छोड़कर) – आतंकी गतिविधियों और सीमा पर तनाव के कारण
- भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र – क्रॉस बॉर्डर फायरिंग और सैन्य संघर्ष की आशंका
- पूर्वी महाराष्ट्र, उत्तरी तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल का कुछ हिस्सा – यहां सक्रिय हैं माओवादी चरमपंथी
- मणिपुर – जातीय हिंसा और सामाजिक अस्थिरता
- पूर्वोत्तर राज्यों (असम, नागालैंड, मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश) – अपेक्षाकृत शांत क्षेत्र, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों के लिए विशेष अनुमति अनिवार्य
सवाल उठता है क्या ये चेतावनी भारत की वास्तविक स्थिति को दर्शाती है?
भारत सरकार और कई सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह एडवाइजरी आंशिक रूप से सही लेकिन अत्यधिक सतर्कतावादी है।भारत में कानून-व्यवस्था में पिछले वर्षों में सुधार हुआ है।अधिकांश प्रमुख पर्यटन स्थल और शहर सुरक्षित और सुव्यवस्थित हैं।मेट्रो सिटीज़ में महिला सुरक्षा को लेकर नए कदम उठाए गए हैं।आतंकी घटनाओं की संख्या में निरंतर गिरावट दर्ज की गई है।
एडवाइजरी में कितनी सच्चाई और कितनी चिंता?
अमेरिका की ट्रैवल एडवाइजरी 2025 एक सतर्कतावादी दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करती है, जिसमें कुछ हद तक सुरक्षा जोखिमों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।भारत में हर साल लाखों विदेशी पर्यटक आते हैं और उनमें से अधिकांश को कोई सुरक्षा समस्या नहीं होती।लेकिन, कुछ क्षेत्र निश्चित रूप से ऐसे हैं जहां सतर्कता आवश्यक है – और इसमें अमेरिका की चेतावनी पूरी तरह अनुचित भी नहीं मानी जा सकती।
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