केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत बीएसएफ ने पाकिस्तानी सेना के 118 से अधिक बुनियादी ढांचे को नष्ट और क्षतिग्रस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह हमला पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है, जिसकी मरम्मत में कई साल लगेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
अमित शाह ने बताया कि पाकिस्तान ने भारतीय आतंकवाद विरोधी अभियानों का जवाब सीमाओं और नागरिक इलाकों पर हमला कर दिया था, जिस पर बीएसएफ ने कड़ा और सटीक जवाब दिया।बीएसएफ के जवानों ने दुश्मन की निगरानी प्रणाली को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया, जिसे पुनः बनाने में चार से पांच साल लगेंगे। यह साबित करता है कि भारत की सीमा सुरक्षा सतर्क और मजबूत है।
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गृह मंत्री अमित शाह का बयान
ऐसी बहादुरी तभी सामने आती है जब दिल में देशभक्ति का जुनून हो। हमारे बीएसएफ जवान बिना यह सोचे कि सीमा कहां है, हर हमले का सामना करते हैं।उन्होंने कहा कि सीमा पर किसी भी तरह के हमले का सबसे बड़ा खामियाजा बीएसएफ जवानों को भुगतना पड़ता है, फिर भी उनका हौसला बुलंद रहता है।
पुंछ में सुरक्षा स्थिति और मानवता का जज़्बा
अमित शाह ने पुंछ जिले का दौरा कर वहां हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वे गुरुद्वारों, मंदिरों, मस्जिदों और नागरिक आबादी को हुए नुकसान के बाद वहां पहुंचे और लोगों का दुख साझा किया। मौसम खराब होने के बावजूद वे सड़क मार्ग से पहुंचे ताकि जवानों से मिल सकें।उत्तर भारत के लोगों ने अमित शाह के बयान और बीएसएफ की बहादुरी की जमकर सराहना की है। हर कोई बीएसएफ जवानों के इस साहस और देशभक्ति पर गर्व महसूस कर रहा है।
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