Chief Justice BR Gavai: भारत में आज चीफ जस्टिस की घोषणा हुई। भारत के पूर्व चीफ जस्टिस बीआर गवई के रिटायरमेंट के बाद सूर्य कांत को भारत का अगला चीफ जस्टिस बनाया गया। लेकिन इन सब के बीच जो सबसे मुख्य बात रही, और जिसने सबका ध्यान अपने तरफ खींचा वो था, पूर्व चीफ जस्टिस बीआर गवई की आखिरी स्पीच। अपने आखिरी भाषण में भी भारत के पूर्व चीफ जस्टिस बीआर गवई ने आरक्षण के मुद्दे को उठाया। आइए जानते है कि आखिर अपने आखिरी भाषण में पूर्व चीफ जस्टिस बीआर गवई ने क्या कुछ कहा। तो लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
Chief Justice BR Gavai ने भाषण में कही ये बात
जानकारी के लिए बता दे कि भारत के नए चीफ जस्टिस सूर्य कांत बने है। जस्टिस बीआर गवई के बाद जस्टिस सूर्य कांत भारत के 53वें चीफ जस्टिस बने है। वहीं बात अगर बीआर गवई के आखिरी भाषण की करें तो, उन्होंने एक बार फिर से आरक्षण के मुद्दे पर जोर दिया है। अपने आखिरी भाषण में बीआर गवई ने कहा कि आरक्षण उन लोगो को मिलनी चाहिए जो इसके हकदार है। बीआर गवई ने अनुसुचित जाति और अनुसुचित जनजाति में भी क्रीमी लेयर लागू करने की वकालत की। जिसके बाद चीफ जस्टिस का ये भाषण लोगो के बीच चर्चा का विषय बन गया।
भाषण का वीडियो हो रहा वायरल
बता दे कि Chief Justice BR Gavai ने अपने आखिरी भाषण में कहा कि आरक्षण का मतलब है लोगो को समाजिक न्याय देना और पीछले तबके के लोगो को आगे बढ़ाना। आगे उन्होने कहा कि पिछड़े वर्गों के भीतर भी जो आगे बढ़ चुके हैं, उन्हें हमेशा के लिए यह लाभ नहीं मिलना चाहिए। अब चीफ जस्टिस का ये भाषण सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है।

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