September 7, 2025

पंजाब में बाढ़ का कहर: सरकार और नेताओं का राहत कार्यों में योगदान

बाढ़ ने मचाया हाहाकार

पंजाब में पिछले कई दिनों से बाढ़ ने भारी तबाही मचाई हुई है। नदियों के उफान और भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। खेतों में पानी भर गया है, फसलें नष्ट हो चुकी हैं, और कई परिवार बेघर हो गए हैं। इस संकट की घड़ी में पंजाब सरकार और विभिन्न राजनीतिक नेता प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे थे, लेकिन गुरुवार को वायरल बुखार के कारण उन्हें दौरा स्थगित करना पड़ा। उनकी अनुपस्थिति में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कमान संभाली और सुल्तानपुर लोधी का दौरा कर हालात का जायजा लिया।

अरविंद केजरीवाल का सुल्तानपुर लोधी दौरा

अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को सुल्तानपुर लोधी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उनके साथ आप पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा भी मौजूद रहे। केजरीवाल ने प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा, “यह संकट बहुत बड़ा है, लेकिन पंजाबियों की हिम्मत और एक-दूसरे की मदद करने की भावना उससे भी बड़ी है। यही जज्बा हमें इस आपदा से जल्द बाहर निकालेगा।” केजरीवाल ने प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार उनके साथ हर कदम पर खड़ी है। उन्होंने राहत कार्यों को तेज करने और प्रभावितों को तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरे के दौरान उन्होंने स्थानीय प्रशासन के साथ भी चर्चा की ताकि राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा सके।

विपक्ष के आरोप और सरकार का जवाब

केजरीवाल का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब विपक्ष और कुछ सामाजिक संगठनों ने मान सरकार पर बाढ़ संकट को संभालने में देरी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार ने समय रहते प्रभावित लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए। हालांकि, केजरीवाल और आप नेताओं ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार पूरी तत्परता से राहत कार्यों में जुटी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन, दवाइयां, और अस्थायी आश्रय की व्यवस्था की जा रही है, ताकि लोगों को तत्काल राहत मिल सके।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सक्रियता

इसी बीच, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी गुरुवार को अमृतसर और गुरदासपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। अमृतसर के घोनवाल गांव में वे खुद पानी से भरे खेतों में उतरे और फसलों के नुकसान का जायजा लिया। किसानों से बातचीत के दौरान उन्होंने उनकी समस्याएं सुनीं और कहा, “यह एक बड़ी आपदा है। मेरे पैरों के नीचे मिट्टी नहीं, बल्कि गाद महसूस हो रही है। फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है, और अगली फसल भी खतरे में है।” चौहान ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार और पूरा देश पंजाब के किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हरसंभव मदद प्रदान करेगी, ताकि किसान इस संकट से उबर सकें।

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एकजुटता से संकट का सामना

पंजाब में बाढ़ ने भले ही भारी तबाही मचाई हो, लेकिन सरकार, नेता, और स्थानीय समुदाय मिलकर इस आपदा का डटकर मुकाबला कर रहे हैं। राहत शिविरों में भोजन, पानी, और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। केंद्र और राज्य सरकार की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में लगातार काम कर रही हैं। इस संकट ने पंजाबियों की एकजुटता और हिम्मत को भी सामने लाया है, जो इस मुश्किल घड़ी में एक-दूसरे का सहारा बन रहे हैं।

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