हिजबुल्लाह के डिप्टी चीफ नईम कासिम ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया। उन्होंने इस्राइल को पूरा क्षेत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया और कहा कि सभी देशों, सरकारों और जनता को मिलकर इस चुनौती का सामना करना होगा। कासिम ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि हिज़बुल्लाह का हथियार केवल इस्राइल के खिलाफ है और किसी अन्य देश, चाहे वह लेबनान हो या सऊदी अरब, के खिलाफ नहीं है।
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सऊदी अरब से की अपील
नईम कासिम ने सऊदी अरब से भी अपील की कि वह प्रतिरोध आंदोलन के साथ नई बातचीत और संवाद का रास्ता खोले। उन्होंने कहा कि केवल बातचीत और संयुक्त रणनीति से ही क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। कासिम ने जोर देकर कहा कि हिज़बुल्लाह किसी अन्य देश पर हमला नहीं करना चाहता, बल्कि उसका लक्ष्य केवल इस्राइल की विस्तारवादी नीतियों को रोकना है।
एकता ही सबसे बड़ा हथियार
कासिम ने दोहराया कि इस चुनौती का सामना करने का एकमात्र रास्ता एकजुटता है। उन्होंने कहा कि देश, सरकारें और आम लोग मिलकर ही इस्राइल की रणनीतिक चालों को बेअसर कर सकते हैं। कासिम के अनुसार, अगर क्षेत्रीय देश और जनता एक साथ खड़े हों, तो कोई भी बाहरी खतरा उन्हें नहीं हिला सकता।
क्षेत्रीय राजनीति और सुरक्षा पर असर
विशेषज्ञों के अनुसार नईम कासिम का बयान क्षेत्रीय राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकता है। इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि हिज़बुल्लाह ने क्षेत्रीय देशों से संवाद बढ़ाने और साझा रणनीति अपनाने का रास्ता चुना है। वहीं, इस्राइल के लिए यह संदेश भी है कि प्रतिरोध आंदोलन अपनी तैयारी और ताकत दिखा रहा है।

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