November 13, 2025

भारत ने पाकिस्तान के लिए बगलिहार डैम बंद किया, चिनाब नदी के किनारे अलर्ट, प्रशासन सतर्क

जम्मू-कश्मीर के डोडा ज़िले में स्थित बगलीहार जलविद्युत परियोजना के सभी फ्लडगेट आज अचानक बंद कर दिए गए। इससे चिनाब नदी के जलस्तर में अस्थायी गिरावट दर्ज की गई है  । लेकिन प्रशासन की निगरानी बढ़ा दी गई है।

क्या है पूरा मामला?

आज सुबह करीब 10 बजे बगलीहार डैम के सभी जलद्वार बंद कर दिए गए । जिससे नदी की बहाव में स्पष्ट अंतर देखा गया। परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि यह कदम डैम की मरम्मत व निरीक्षण कार्य के तहत उठाया गया है। यह बंदी अस्थायी है और अगले 24 से 48 घंटों में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।

निचले इलाकों में अलर्ट

चिनाब नदी के किनारे बसे रामबन, किश्तवाड़ और राजौरी जैसे जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी के पास न जाएं और बच्चों को खास तौर पर दूर रखें।SDM रामबन ने कहा  यह एक नियमित प्रक्रिया है । लेकिन एहतियात के तौर पर सभी को सतर्क रहने को कहा गया है।

यह भी पढ़ें : 23 मई को राम दरबार की मूर्तियों की प्रतिष्ठा, 5 जून को भव्य प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव

क्या है बगलीहार डैम?

बगलीहार डैम चिनाब नदी पर बना 850 मेगावाट क्षमता वाला जलविद्युत प्रोजेक्ट है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच इंडस वॉटर ट्रीटी (सिंधु जल संधि) को लेकर भी चर्चा में रहा है। पाकिस्तान पहले इस पर आपत्ति जता चुका है, लेकिन भारत ने इसे पूरी तरह संधि के अनुरूप बताया है।

स्थानीय लोगों में चिंता

बगलीहार डैम से जुड़े किसी भी तकनीकी बदलाव या जलस्तर में उतार-चढ़ाव का असर हजारों स्थानीय निवासियों पर पड़ता है। किसानों और मछुआरों के बीच इस बंदी को लेकर हलचल देखी जा रही है।स्थानीय निवासी रियाज अहमद ने कहा  हम नदी से जुड़े हैं ।  खेती, पानी और मछली सब इसी पर निर्भर है। प्रशासन हमें पहले से सूचना दे तो बेहतर होता है।

आगे क्या?

डैम से जुड़े इंजीनियरों और NHPC (नेशनल हाइड्रो पावर कॉरपोरेशन) की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। अगर मरम्मत कार्य समय से पूरा हो जाता है ।  तो अगले 2 दिनों में डैम के द्वार फिर खोले जा सकते हैं।

Share