भारत सदैव शांतिपूर्ण राष्ट्र रहा है, लेकिन देश की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में चेतावनी दी है। सेना के प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा देना जारी रखा, तो भारत की भी प्रतिक्रिया होगी। यह चेतावनी केवल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भारत की रक्षा तैयारियों और सामरिक ताकत का संकेत है।
ऑपरेशन सिंदूर 1.0 और अब की तैयारी
भारतीय सेना में पहले ऑपरेशन सिन्दूर 1.0 में जनरल डॉयमंड ने साजिद का नाम संयम बरता था। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर पाकिस्तान ने फिर से नरसंहार की हिमाकत की, तो भारत का जवाब इतना करारा होगा कि उसकी कल्पना करना भी मुश्किल होगा। यह भारत की सैन्य रणनीति और आतंकवाद विरोधी तैयारी का संकेत है।
स्पष्ट संदेश: आतंकवाद को पनाह नहीं
भारतीय सेना का कहना है कि उग्रवादियों और सीमा पार से हमले करने वालों को अब कोई पता नहीं चलेगा। पाकिस्तान को तय करना होगा कि वह यहां रहना चाहता है या नहीं। भारत की सशस्त्र सेनाएं और सरकार पूरी तरह से तैयार हैं, और देश का हर नागरिक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सतर्क है। यह केवल चेतावनी नहीं है, बल्कि स्पष्ट संदेश है कि भारत की संप्रभुता सेंधमारी की भारी कोशिश की गई है।
देश की सुरक्षा में सभी तैयार
भारतीय सेना की ऑपरेशनल तत्परता और देशवासियों की जागरूकता और उनकी मदद करने वालों के लिए चुनौती बन गई है। राष्ट्रीय रक्षा तैयारी केवल सेना तक सीमित नहीं है; यह नागरिक-सैन्य सहयोग और देश की सुरक्षा का भी हिस्सा है। हरस्टेप इंडिया ने दिखाया कि सीमा सुरक्षा और सुरक्षा के खिलाफ कार्रवाई में कोई समझौता नहीं होगा।
भारत का दृढ़ संकल्प
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में शांति चाहता है, लेकिन उसकी संप्रभुता पर हमला करने वालों को जवाब देने की पूरी क्षमता है। भारतीय सेना, सरकार और नागरिकों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि खतरा और सीमा पार से खतरा कभी देश की सुरक्षा को कमजोर न कर सके।

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