90 के दशक में बॉलीवुड की चमकती सितारा ममता कुलकर्णी ने अपनी खूबसूरती और अभिनय से लाखों दिलों पर राज किया। ‘करण अर्जुन’, ‘वक्त हमारा है’, ‘क्रांतिवीर’, और ‘चाइना गेट’ जैसी फिल्मों में उनके किरदारों ने दर्शकों को दीवाना बनाया। लेकिन, इस ग्लैमरस दुनिया को अलविदा कहकर ममता ने आध्यात्मिक जीवन की राह चुन ली। आज वे एक साध्वी के रूप में ‘श्री यमाई ममता नंद गिरि’ के नाम से जानी जाती हैं। हाल ही में उनके एक बयान ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान और मुसलमानों के प्रति अपने प्रेम को जाहिर किया। इस बयान ने न केवल उनके प्रशंसकों को हैरान किया, बल्कि उनके आध्यात्मिक सफर को भी फिर से चर्चा में ला दिया।
पाकिस्तान और मुसलमानों के प्रति प्रेम का बयान
दिल्ली में हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में ममता ने कहा, “मुझे अपने करियर के दौरान पाकिस्तान से हर रोज 50 पत्र मिलते थे, जो प्रशंसकों का अपार प्यार दर्शाते थे। मेरे दिल में मुसलमानों के लिए गहरा सम्मान और प्यार है, और मुझे बदले में भी बहुत प्यार मिला।” इस बयान ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं। कुछ लोगों ने उनकी इस भावना की सराहना की, तो कुछ ने इसे विवादास्पद माना। ममता का यह खुलासा उनके उस व्यक्तित्व को दर्शाता है, जो हमेशा से बेबाक और स्पष्टवादी रहा है।
आध्यात्म की राह और दुबई के 12 साल
ममता ने 1996 में आध्यात्म की राह चुनी और 2002 में बॉलीवुड को पूरी तरह अलविदा कह दिया। इसके बाद वे 12 साल तक दुबई में रहीं, जहां उन्होंने सादगी और ब्रह्मचर्य का जीवन अपनाया। इस दौरान उन्होंने ध्यान और साधना में गहरी रुचि दिखाई। ममता के अनुसार, बॉलीवुड ने उन्हें शोहरत दी, लेकिन आध्यात्म ने उन्हें सच्चा सुकून। 2024 में 25 साल बाद भारत लौटने पर वे भावुक हो उठीं। उन्होंने बताया कि भारत की मिट्टी से उनका गहरा जुड़ाव है, और यहां लौटना उनके लिए एक नई शुरुआत थी।
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महाकुंभ और किन्नर अखाड़ा
2025 के महाकुंभ में ममता ने संगम पर पिंडदान किया और किन्नर अखाड़े में शामिल होकर ‘श्री यमाई ममता नंद गिरि’ नाम अपनाया। इस दौरान उन्हें महामंडलेश्वर का पद भी मिला, लेकिन विवादों के कारण उन्होंने यह पद छोड़ दिया। ममता का कहना है कि आध्यात्म उनके लिए शक्ति और शांति का स्रोत है। उनका यह कदम उनके प्रशंसकों के लिए आश्चर्यजनक था, लेकिन उनकी सादगी और समर्पण ने कई लोगों का दिल जीत लिया।
वायरल वीडियो और प्रशंसकों की उत्सुकता
ममता का आध्यात्मिक सफर और उनके बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में उनकी सादगी और आत्मविश्वास ने लोगों को प्रभावित किया। प्रशंसक यह जानने को उत्सुक हैं कि ममता की यह यात्रा भविष्य में और क्या नया मोड़ लेगी। उनकी कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जीवन में सच्ची शांति की तलाश हर इंसान का लक्ष्य हो सकता है।
ममता कुलकर्णी का यह परिवर्तन बॉलीवुड की चकाचौंध से आध्यात्म की शांति तक का एक अनोखा सफर है। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में सच्ची खुशी और सुकून की तलाश कभी खत्म नहीं होती। चाहे वह बॉलीवुड की सुपरस्टार हों या साध्वी, ममता हमेशा अपने तरीके से लोगों का ध्यान खींचने में कामयाब रही हैं।
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