December 11, 2025

बिहार चुनाव में नई हलचल अमित शाह का दावा, पारदर्शिता सवालों में और तेज प्रताप–रवि किशन मुलाकात

बिहार की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है। चुनावी माहौल गरमाता जा रहा है और नेताओं के बयान सीधे मैदान में उतर चुकी जनता के बीच गूंज रहे हैं। हर दिन नई कहानी, नया बयान और नई समीकरणों के संकेत बिहार की सियासी हवा को और तेज़ बना रहे हैं।
ताज़ा घटनाक्रम तीन मोर्चों पर चर्चा में है NDA की जीत का दावा, पारदर्शिता पर गंभीर सवाल और तेज प्रताप यादव–रवि किशन की चौंकाने वाली मुलाकात।

अमित शाह का दावा NDA 160+ सीटें जीत सकता है

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने बयान और आक्रामक रणनीति के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। पूर्णिया में संवाद के दौरान उन्होंने बेहद आत्मविश्वास से कहा कि बिहार की जनता NDA के साथ खड़ी है रैलियों की बढ़ती भीड़ जनता के मूड का संकेत हैNDA 160 से ज्यादा सीटें जीत सकता है शाह का कहना है कि बिहार के लोग “पुराने, अस्थिर और भ्रष्ट विपक्षी शासन” में लौटना नहीं चाहते।उनके अनुसार विकास, सुरक्षा और स्थिरता ही आज की प्राथमिकता है, और NDA इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ रहा है।शाह के इस बयान ने चुनावी मैदान में उत्साह और मुकाबले दोनों को तेज़ कर दिया है।

पटना एयरपोर्ट पर चौंकाने वाला सियासी मोड़ तेज प्रताप यादव और रवि किशन की मुलाकात

बिहार की राजनीति में एक और दिलचस्प पल उस समय आया जब पटना एयरपोर्ट पर RJD नेता तेज प्रताप यादव की मुलाकात BJP सांसद और अभिनेता रवि किशन से हुई।

  • दोनों ने दोस्ताना अंदाज़ में बातचीत की
  • मुस्कान, हाथ मिलाना और कुछ मिनट की बातचीत
  • सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होते ही बढ़ी चर्चाएँ

सवाल उठने लगे क्या यह सिर्फ औपचारिक मुलाकात थी या इसके पीछे कोई राजनीतिक संकेत छिपा है? क्या बिहार में नए राजनीतिक समीकरण बन सकते हैं? हालाँकि दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को “सौहार्दपूर्ण” बताया है, लेकिन सियासी गलियारों में अटकलें तेज़ हो चुकी हैं।

बिहार की जनता हर मोड़ पर चौकन्नी

बिहार की राजनीति हमेशा अप्रत्याशित मोड़ों से भरी रही है।
इस बार भी वही हो रहा है

  • एक तरफ NDA अपनी जीत को पक्का बता रहा है
  • दूसरी तरफ विपक्ष पारदर्शिता और जन मुद्दों पर सवाल उठा रहा है
  • और तीसरी ओर अनोखी मुलाकातें राजनीतिक तापमान बढ़ा रही हैं

जनता की निगाहें हर कदम पर टिकी हैं, क्योंकि हर बयान, हर रिपोर्ट और हर मुलाकात बिहार के भविष्य की दिशा तय कर सकती है।

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