मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक बार फिर भारत का नाम वैश्विक मंच पर रोशन किया है। फेमस एनालिस्ट मैरी मीकर की ग्लोबल टेक टॉप 30 की सूची में शामिल होने वाली यह एकमात्र भारतीय कंपनी बनी है। यह उपलब्धि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में कंपनी के बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। इस सूची में माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, एप्पल, अमेजन और अल्फाबेट जैसी दिग्गज अमेरिकी कंपनियों के साथ-साथ ताइवान, चीन, नीदरलैंड और दक्षिण कोरिया की कंपनियां भी शामिल हैं। रिलायंस ने इस उपलब्धि को अपने वर्षों के इनोवेशन, मजबूत नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया है। कंपनी ने मुकेश अंबानी के विजनरी नेतृत्व में भारत के डिजिटल परिदृश्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
10 लाख करोड़ की नेटवर्थ का ऐतिहासिक मुकाम
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह 10 लाख करोड़ रुपये (लगभग 120 बिलियन डॉलर) की नेटवर्थ को पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है। जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही में कंपनी ने 9% की शानदार कंसोलिडेटेड रेवेन्यू ग्रोथ के साथ 2.61 लाख करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया। ऊर्जा क्षेत्र में चुनौतियों के बावजूद, कंपनी को अपने डिजिटल और रिटेल सेगमेंट से मजबूत समर्थन प्राप्त हुआ। चौथी तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 2,61,388 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2024 की इसी तिमाही के 2,36,533 करोड़ रुपये की तुलना में 10.51% की वृद्धि दर्शाता है।
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Jio: दुनिया की सबसे बड़ी डेटा कंपनी
रिलायंस का डिजिटल सेगमेंट, विशेष रूप से Jio, ने कंपनी की इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। Jio के EBITDA में 17% की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई, जिसने इसे 191 मिलियन 5G यूजर्स के साथ दुनिया की सबसे बड़ी डेटा कंपनी बना दिया है। Jio ने अपनी अत्याधुनिक तकनीक और व्यापक नेटवर्क के दम पर भारत के डिजिटल इकोसिस्टम को बदल दिया है। इसके अलावा, JioHotstar के मर्जर ने रिलायंस को भारत की सबसे तेजी से बढ़ती मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनी के रूप में स्थापित किया है। लॉन्च के केवल दस हफ्तों में JioHotstar ने दुनिया का सबसे बड़ा पेड यूजर बेस हासिल कर लिया, जो कंपनी के इनोवेशन और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है।
रिलायंस का भविष्य और भारत का डिजिटल सपना
रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह सफर भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी का टेक्नोलॉजी, डिजिटल और रिटेल सेगमेंट में निवेश, मुकेश अंबानी के नेतृत्व में, भारत को वैश्विक टेक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम भूमिका निभा रहा है। ग्लोबल टेक टॉप 30 में शामिल होना और 10 लाख करोड़ की नेटवर्थ का मुकाम हासिल करना रिलायंस के विजन और इसके अटूट समर्पण का प्रतीक है। यह उपलब्धि न केवल कंपनी के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है, जो वैश्विक मंच पर अपनी तकनीकी क्षमता को प्रदर्शित कर रहा है।
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