“टेकऑफ और लैंडिंग में सबसे अधिक विमान हादसे, इंजन फेल्योर बना बड़ा कारण”

हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे, लंदन जा रहा बोइंग AI-171 विमान टेकऑफ के दौरान पास के रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया। इस हादसे में इंजन फेल होने की बात सामने आई है, जिसके कारण विमान पेड़ों से टकराकर आग की चपेट में आ गया। इस घटना ने एक बार फिर विमान हादसों के कारणों और उनकी रोकथाम पर चर्चा को तेज कर दिया है। आइए, जानते हैं कि दुनिया भर में विमान हादसे क्यों और कैसे होते हैं, और इनके पीछे प्रमुख कारण क्या हैं।

टेकऑफ और लैंडिंग: सबसे जोखिम भरा समय
आंकड़ों के अनुसार, विमान हादसों में सबसे ज्यादा घटनाएं टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान होती हैं। 2023 में 109 हादसों में से 37 टेकऑफ और 30 लैंडिंग के दौरान हुए। इन चरणों में इंजन फेल होना, पायलट की गलती या तकनीकी खराबी प्रमुख कारण बनते हैं। अहमदाबाद हादसे में भी इंजन फेल होने की वजह से विमान कम ऊंचाई पर पेड़ों से टकरा गया। 2017 से 2023 के बीच 813 विमान हादसों में 1,473 यात्रियों की जान गई, जिनमें से 261 लैंडिंग और 212 उड़ान के दौरान हुए। भारत में इस दौरान 14 हादसे दर्ज किए गए।

यह भी पढ़ें : ISIS के समर्थन में हमले की साजिश,पाकिस्तानी युवक अमेरिका प्रत्यर्पित, ब्रुकलिन शूटिंग प्लान से जुड़ा नाम

पायलट की गलती और तकनीकी खराबी
विमान हादसों का सबसे बड़ा कारण पायलट की गलती माना जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, 90% हादसों में तकनीकी खराबी या मानवीय भूल शामिल होती है। खराब मौसम में पायलट का भ्रमित होना, उड़ान योजना में कमी, या कॉकपिट में गलत निर्णय हादसों को जन्म दे सकते हैं। इसके अलावा, कॉकपिट संसाधन प्रबंधन (CRM) की कमी भी एक बड़ा कारण है। अगर क्रू मेंबर्स के बीच तालमेल की कमी हो या कोई गलती होने पर चुप्पी साध ली जाए, तो हादसे का जोखिम बढ़ जाता है।

मौसम और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की भूमिका
मौसम भी विमान हादसों का एक प्रमुख कारक है। खराब मौसम की स्थिति में पायलट को सही जानकारी और योजना की जरूरत होती है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) की लापरवाही, जैसे गलत दिशा-निर्देश या विमानों के बीच दूरी बनाए रखने में विफलता, टकराव का कारण बन सकती है। इसके अलावा, बर्ड स्ट्राइक भी एक बड़ा खतरा है। Travel Radar के अनुसार, हर दिन औसतन 150 बर्ड स्ट्राइक के मामले सामने आते हैं, जिनमें से 80% रिपोर्ट ही नहीं होते। अमेरिका में हर साल 14,000 बर्ड स्ट्राइक होते हैं।

रखरखाव और डिजाइन में खामी
विमान का रखरखाव और डिजाइन भी हादसों के लिए जिम्मेदार हो सकता है। अगर विमान की नियमित जांच और रखरखाव में कमी हो, तो यांत्रिक खराबी का जोखिम बढ़ जाता है। इसके अलावा, विमान के डिजाइन में दोष, जैसे इंजन या कॉकपिट उपकरणों की खराबी, भी हादसों का कारण बन सकता है। इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स (IFR) के तहत बादलों में उड़ान भरने के लिए पायलट को विशेष प्रशिक्षण और उपकरणों पर निर्भरता की जरूरत होती है। ग्लाइड ढलान का पालन न करने से विमान जमीन या बाधाओं से टकरा सकता है।

सुरक्षा के लिए क्या करें?हवाई यात्रा को सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन हादसों को पूरी तरह खत्म करना चुनौतीपूर्ण है। पायलटों को बेहतर प्रशिक्षण, कॉकपिट में प्रभावी संचार, और मौसम की सटीक जानकारी से हादसों को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की जिम्मेदारी और विमान के नियमित रखरखाव को सुनिश्चित करना जरूरी है। बर्ड स्ट्राइक को रोकने के लिए हवाई अड्डों पर बेहतर तकनीक और निगरानी की जरूरत है।

Share