Sanchar Saathi: देश भर में डेटा प्राइवेसी और सरकारी एप संचार साथी के लिए विवाद जोरो शोर से चल रहा है। जहाँ विपक्ष एक तरफ इस एप और सरकार के खिलाफ मोर्चा खल के बैठी है। वहीं अब इस अहम मुद्दे पर आज संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपना बयान जारी किया है। साथ ही संचार साथी एप पर एक बड़ी जानकारी भी लोगों के साथ साझा की है। तो आइए जानते है संचार साथी ऐप के बारे में और गहराई से। साथ ही जानेंगे कि आखिर क्यों पक्ष और विपक्ष इस एक ऐप के लिए आमने सामने खड़ा है, और इतना ही नही इस ऐप पर संसद में भी चर्चा की बात कही गई है। तो खबर को अंत तक पढ़ना ना भूले।
Sanchar Saathi: जाने कांग्रेस ने क्या कुछ कहा
जानकारी के लिए बता दे कि भारत सरकार ने 28 नवंबर को सभी स्मार्टफोन कंपनी को एक आदेश दिया है कि अगले 90 दिन में सभी नए फोन में संचार साथी एप को प्री लोड किया जाए. सरकार के इस आदेश के बाद बवाल काफी बढ़ गया। साथ ही विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने इस मुद्दे को सदन में उठाने की बात कह दी। वही कांग्रेस नेता ने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ‘Big Brother cannot watch us.’ अब प्राइवेसि की बात पर संचार मंत्री Jyotiraditya Scindia ने कहा कि ये एप पूरी तरह से ऑप्शनल है। अगर आप इसे अपने फोन में नही रखना चाहते तो हटा सकते है।
जाने ऐप में क्या है खास
वहीं इन सब के अलावा बात अगर Sanchar Saathi ऐप की करे तो Sanchar Saathi को जनवरी 2025 में लॉन्च किया गया था। DoT के अनुसार, यह देशभर में चोरी या गुम हुए फ़ोन को ट्रैक करने, ब्लॉक करने और फ्रॉड कनेक्शनों को बंद करने में बड़ा रोल निभा रहा है। सरकार का दावा है कि इस ऐप की मदद से अब तक 7 लाख से ज्यादा फोन रिकवर किए गए है, 3.7 मिलियन फोन ब्लॉक, और 3 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन बंद किए गए हैं। अब देखना होगा कि जनता संचार साथी ऐप को लेकर सरकार पर भरोसा जताती है या नही।

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