ऑस्ट्रिया के दक्षिण-पूर्वी शहर ग्राज़ में मंगलवार, 10 जून को एक माध्यमिक स्कूल में हुई दिल दहला देने वाली गोलीबारी की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस त्रासदी में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। स्थानीय मीडिया के हवाले से न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि मृतकों में सात छात्र, एक शिक्षक और अन्य लोग शामिल हैं। संदिग्ध हमलावर, जो कथित तौर पर स्कूल का ही एक 22 वर्षीय पूर्व छात्र था, ने गोलीबारी के बाद आत्महत्या कर ली। यह घटना ऑस्ट्रिया के इतिहास की सबसे घातक गोलीबारी में से एक मानी जा रही है।
पुलिस का त्वरित ऑपरेशन
ऑस्ट्रियाई पुलिस को सुबह 10 बजे (स्थानीय समय) गोलीबारी की सूचना मिली, जिसके बाद ड्रेयर्सचुट्ज़ेनगासे स्थित BORG हाई स्कूल में एक बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया गया। पुलिस के विशेष कोबरा यूनिट ने स्कूल को खाली कराया और क्षेत्र को घेर लिया। ग्राज़ की मेयर एल्के काहर ने इस घटना को “भयानक त्रासदी” करार देते हुए पुष्टि की कि हमलावर भी मृतकों में शामिल है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, हमलावर ने दो कक्षाओं में अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कई छात्र और शिक्षक घायल हुए। पुलिस ने दोपहर तक स्कूल को सुरक्षित घोषित कर दिया और सभी जीवित बचे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।
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प्रत्यक्षदर्शियों का दर्दनाक अनुभव
स्थानीय अखबार के अनुसार, एक शिक्षिका के पति ने बताया कि उनकी पत्नी ने कक्षा में गोलियों की आवाज़ सुनी और अपने छात्रों के साथ बैरिकेड बनाकर खुद को सुरक्षित किया। इस दौरान स्कूल में भय और दहशत का माहौल था। कई छात्रों और शिक्षकों ने अपनी जान बचाने के लिए कक्षाओं में छिपने की कोशिश की। घटना के बाद सुरक्षित निकले छात्रों को उनके अभिभावकों से मिलने की अनुमति दी गई। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां चार लोगों की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है।
समुदाय में शोक और सवाल
यह घटना 20 जून 2015 को ग्राज़ में हुई एक अन्य हिंसक घटना की दसवीं बरसी से ठीक पहले हुई, जिसमें तीन लोग मारे गए थे। इस त्रासदी ने स्थानीय समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है। ऑस्ट्रियाई चांसलर क्रिश्चियन स्टॉकर ने इसे “राष्ट्रीय त्रासदी” करार दिया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और ईयू की शीर्ष राजनयिक काजा कैलास ने भी इस घटना पर शोक जताया। ऑस्ट्रिया, जो वैश्विक शांति सूचकांक में शीर्ष दस सुरक्षित देशों में शामिल है, में ऐसी घटनाएं दुर्लभ हैं, जिसने इसे और भी चौंकाने वाला बना दिया।
जांच और सुरक्षा पर सवाल
पुलिस और प्रशासन इस बात की जांच कर रहे हैं कि इस गोलीबारी के पीछे का मकसद क्या था। स्थानीय मीडिया के अनुसार, संदिग्ध ने पिस्टल और शॉटगन का इस्तेमाल किया। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वह उत्पीड़न का शिकार होने के कारण ऐसा कदम उठा सकता था, हालांकि पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। यह घटना स्कूलों में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को फिर से चर्चा में ला रही है। ऑस्ट्रिया में हथियारों की उपलब्धता भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि 2018 के स्मॉल आर्म्स सर्वे के अनुसार, यहां प्रति 100 नागरिकों पर लगभग 30 हथियार हैं।
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