November 18, 2025

बांदा में दामाद बना चोर: ससुराल में स्वागत की जगह कुटाई!

ससुराल में अनोखा स्वागत

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के एक गांव में एक दामाद की ससुराल यात्रा उस समय हास्यास्पद और नाटकीय मोड़ ले गई, जब गांव वालों ने उसे चोर समझ लिया। वह सोचकर ससुराल आया था कि “घर आया मेहमान समझो,” लेकिन यहां तो “घर आया चोर समझो” वाला सीन बन गया! रात के अंधेरे में दामाद जी ससुराल पहुंचे, लेकिन स्वागत में फूल-माला की जगह बेलन और लाठियां तैयार थीं। गांव वालों ने बिना देर किए उसे घेर लिया और “मारो इस चोर को!” का नारा बुलंद हो गया।

भीड़ का तमाशा और सोशल मीडिया का जुनून

जैसे ही गांव वालों को “चोर” की खबर मिली, पूरा गांव एकजुट हो गया। कोई बेलन लेकर आया, कोई लाठी, और कुछ आधुनिक लोग मोबाइल लेकर फोटो खींचने में जुट गए। इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर वायरल होने से पहले थोड़ी “कुटाई” तो बनती है ना! इस हंगामे में सबसे मजेदार बात यह थी कि भीड़ में ससुर जी भी मौजूद थे, लेकिन अंधेरे और अफरा-तफरी में वे अपने दामाद को पहचान ही नहीं पाए। शायद शादी के समय भी उन्होंने दामाद का चेहरा ठीक से नहीं देखा था!

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दामाद की मन:स्थिति

बेचारा दामाद, जो ससुराल में मेहमाननवाजी की उम्मीद लेकर आया था, उसे चोर समझकर गांव वालों ने घेर लिया। वह मन ही मन सोच रहा होगा, “स्वागत नहीं करोगे हमारा?” लेकिन हालात ऐसे बन गए कि वह अपनी जान बचाने की जुगत में लग गया। गांव वालों की भीड़ और उनके गुस्से के बीच दामाद की हालत पतली थी, लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया जब पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस ने खोला राज

पुलिस के आने पर सच्चाई सामने आई। जांच में पता चला कि “चोर” कोई और नहीं, बल्कि ससुर जी का अपना दामाद था! गांव वालों की आंखें खुली की खुली रह गईं। जो लोग कुछ देर पहले लाठियां और बेलन लिए “चोर-चोर” चिल्ला रहे थे, अब वे शर्मिंदगी में सिर झुकाए खड़े थे। ससुर जी को भी अपनी भूल का अहसास हुआ, और दामाद को सुरक्षित घर ले जाया गया।

गांव वालों की मांग और सबक

इस घटना के बाद गांव वाले अब पुलिस से “गश्त बढ़ाओ” की मांग कर रहे हैं। लेकिन हम कहते हैं, “भाई, पहले चेहरा पहचानना तो सीखो!” यह घटना न केवल हास्यप्रद है, बल्कि यह भी सिखाती है कि जल्दबाजी में फैसला लेना कितना महंगा पड़ सकता है। ससुराल में दामाद का ऐसा स्वागत शायद ही कहीं देखने को मिले!

सलाह: पहचान-पत्र साथ रखें

इस मजेदार और सबक भरी कहानी से एक बात तो साफ है—अगर ससुराल जाना हो, तो पहचान-पत्र साथ ले जाना न भूलें! कहीं स्वागत की जगह आपको भी चोर न समझ लिया जाए। यह घटना हमें हंसाती भी है और सिखाती भी है कि संदेह और जल्दबाजी से बचना चाहिए। अगली बार ससुराल जाएं, तो थोड़ा सावधान रहें, और हां, ससुर जी से कहें कि शादी में दामाद का चेहरा अच्छे से देख लें!

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