केरल के कन्नूर जिले में मंगलवार शाम को एक आठ वर्षीय बच्ची की जान खतरे में पड़ गई। घटना तब हुई जब बच्ची च्यूइंग गम खाने के दौरान अचानक सांस लेने में असमर्थ हो गई। मौके पर मौजूद कुछ युवकों के समूह ने तुरंत बचाव के कदम उठाए और बच्ची की जान बचाई।
कैसे हुई घटना
सूत्रों के अनुसार, बच्ची च्यूइंग गम चबाते समय गलती से उसे निगल गई या गले में फंस गया, जिससे दम घुटने का खतरा पैदा हो गया। पास में मौजूद लोग तुरंत उसकी मदद के लिए दौड़े। युवकों ने अपने त्वरित और साहसी प्रयासों से बच्ची का गला खोलने और सांस लेने में मदद की।
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युवकों की बहादुरी की सराहना
इस घटना में शामिल युवकों की बहादुरी की स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने खूब प्रशंसा की। उनका साहस और जल्दी निर्णय लेने की क्षमता बच्ची की जान बचाने में निर्णायक साबित हुई। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने भी युवकों को उनके तत्काल और जिम्मेदार कदम के लिए धन्यवाद दिया।
बच्ची की स्थिति और स्वास्थ्य
बच्ची को तत्काल नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को स्थिर किया। फिलहाल बच्ची पूरी तरह से ठीक है और उसकी हालत अब सुरक्षित बताई जा रही है। इस प्रकार की घटनाएं बच्चों की सुरक्षा और देखभाल पर ध्यान देने की आवश्यकता को भी उजागर करती हैं।
सुरक्षा और जागरूकता का संदेश
यह घटना बताती है कि बच्चों के लिए छोटे-छोटे खिलौने और खाद्य पदार्थ भी खतरनाक साबित हो सकते हैं। माता-पिता और देखभाल करने वालों को हमेशा बच्चों के पास खाने-पीने और खेलने की चीजों के बारे में सतर्क रहना चाहिए।विशेषज्ञ कहते हैं कि छोटे बच्चों के लिए च्यूइंग गम, छोटे खिलौने और कठोर खाद्य पदार्थ निगलने या गले में फंसने का खतरा बढ़ा सकते हैं। इसलिए बच्चों को हमेशा सुरक्षित तरीके से निगलने और चबाने की आदत सिखाना जरूरी है।

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