यूपी में हर साल 5000 कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती का फैसला

आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर का ज्ञान हर क्षेत्र में अनिवार्य हो गया है, चाहे वह सरकारी नौकरी हो या निजी क्षेत्र। यही कारण है कि स्कूलों में बच्चों को कंप्यूटर की बुनियादी शिक्षा दी जाती है, ताकि भविष्य में उन्हें नौकरी के अवसरों में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। इस दिशा में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बड़ा और स्वागत योग्य फैसला लिया है। सरकार ने माध्यमिक स्कूलों में हर साल 5000 कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती करने का निर्णय लिया है, जिससे न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि हजारों युवाओं के शिक्षक बनने का सपना भी साकार होगा।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने इस भर्ती को संविदा (कॉन्ट्रैक्ट) आधार पर लागू करने का प्रस्ताव रखा है। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है, और जैसे ही इसकी मंजूरी मिलती है, भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह भर्ती कक्षा 9 से 12 तक के पाठ्यक्रम में शामिल कंप्यूटर साइंस विषय के लिए होगी। इस कदम से प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।

पिछले दो दशकों से अधिक समय से माध्यमिक स्कूलों के पाठ्यक्रम में कंप्यूटर साइंस एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में शामिल है। इसके बावजूद, शिक्षा विभाग अब तक इस विषय के लिए पूर्णकालिक शिक्षकों की भर्ती करने में पूरी तरह सफल नहीं हो पाया है। उदाहरण के लिए, वर्ष 2018 में कंप्यूटर साइंस के 1673 सहायक अध्यापक पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी, लेकिन केवल 36 शिक्षकों की नियुक्ति हो सकी। इस कमी के कारण कई स्कूलों में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई प्रभावित होती रही है। अब सरकार के इस नए फैसले से इस समस्या का समाधान होने की उम्मीद है।

जिला स्तर से शिक्षा विभाग के मुख्यालय को लगातार इस मुद्दे पर स्मरण पत्र भेजे जा रहे थे, जिसमें कंप्यूटर साइंस शिक्षकों की कमी को उजागर किया गया था। इन पत्रों में बताया गया कि शिक्षकों की कमी के कारण इस विषय की पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए योगी सरकार का यह कदम एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

इस भर्ती के लागू होने से न केवल छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि उन हजारों युवाओं को भी अवसर प्राप्त होगा, जो लंबे समय से शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं। पहले पदों की कमी के कारण कई योग्य उम्मीदवारों का सपना अधूरा रह जाता था, लेकिन अब हर साल 5000 शिक्षकों की भर्ती के इस फैसले से उनके लिए नई उम्मीदें जगी हैं।

यह निर्णय न केवल शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाएगा, बल्कि डिजिटल इंडिया के सपने को भी साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कंप्यूटर साइंस की शिक्षा से छात्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जाएगा, जो भविष्य में उनके करियर के लिए अत्यंत लाभकारी होगा। योगी सरकार का यह प्रयास निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाएगा।

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