प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे, जहां उन्होंने चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मैदान से राज्य को 47,664 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। इसके साथ ही कानपुर मेट्रो को भी हरी झंडी दिखाई गई। लेकिन सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं उनके जोशीले भाषण ने — जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को “कनपुरिया अंदाज़” में सख्त संदेश दिया।
PM मोदी का फौलादी बयान ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए साफ किया कि भारत अब पुराने दौर का भारत नहीं रहा। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा दुश्मन कहीं भी छिपा हो, उसे हौंक (ध्वस्त) दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है! इस बयान के बाद मैदान में मौजूद लोगों ने जोरदार तालियों और नारों से स्वागत किया।
शहीद शुभम द्विवेदी और बेटी एशनया का ज़िक्र
PM मोदी ने कहा कि कानपुर में ये कार्यक्रम 24 अप्रैल को होना था, लेकिन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की वजह से उन्हें दौरा टालना पड़ा। हमले में कानपुर के जवान शुभम द्विवेदी शहीद हो गए थे। उनकी बेटी एशनया के दर्द का ज़िक्र करते हुए प्रधानमंत्री भावुक हुए बेटी एशनया की वो पीड़ा, वो कष्ट और भीतर का आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। हमारी बहनों-बेटियों का वही आक्रोश पूरी दुनिया ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में देखा है
कानपुर को मेट्रो की सौगात
प्रधानमंत्री ने कानपुर मेट्रो के एक नए फेज का उद्घाटन भी किया। इस प्रोजेक्ट से शहर की आवागमन व्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी और लाखों लोगों को राहत पहुंचेगी।
यह भी पढ़ें : वायरल वीडियो का नया धमाका, तेज रफ्तार ट्रेन की छत पर बिना डरे खड़ी लड़की
UP को मिला 47,664 करोड़ का विकास पैकेज
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने जिन योजनाओं की सौगात दी, उनमें शामिल हैं इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स,सिंचाई एवं जल प्रबंधन योजनाएं,कृषि और ग्रामीण विकास प्रोजेक्ट,शहरी आवास और स्मार्ट सिटी कार्य
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ हाल ही में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ की गई एक निर्णायक सैन्य कार्रवाई है, जिसमें कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया। प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि यह अभियान अभी जारी है और भारत हर दुश्मन को उसके घर में घुसकर जवाब देगा। प्रधानमंत्री मोदी का कानपुर दौरा सिर्फ विकास की घोषणाओं तक सीमित नहीं रहा। यह एक सशक्त राजनीतिक और सामरिक संदेश भी था – देश विरोधी ताकतों को, और देश की बेटियों को न्याय दिलाने के संकल्प का।
संबंधित पोस्ट
समाजवादी पार्टी में बड़ा एक्शन,बागी विधायकों पर अखिलेश यादव का कड़ा फैसला
अखिलेश यादव का वृंदावन केस पर हमला: बीजेपी पर ‘भारतीय जमीनी पार्टी’ होने का आरोप
महाराष्ट्र की हिंदी थोपाव विवाद: क्या है पूरा मामला और क्यों बढ़ रही है राजनीतिक बहस?