अमेरिका में शर्मसार हुए जनरल असीम मुनीर! विरोध का वीडियो वायरल

जनरल असीम मुनीर इस समय अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं, लेकिन वॉशिंगटन डीसी (Washington DC) की सड़कों पर उन्हें उस वक्त शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा जब वहां मौजूद पाकिस्तानी मूल के प्रदर्शनकारियों ने उन्हें घेर लिया और नारेबाजी शुरू कर दी।

“चोर-चोर”, “Democracy Destroyer”, “Free Imran Khan” जैसे नारे सुनाई दिए। इस विरोध को पाकिस्तानी डायस्पोरा द्वारा अंजाम दिया गया जो मौजूदा सैन्य शासन से नाराज़ नजर आ रहे हैं।

वीडियो हुआ वायरल, सोशल मीडिया पर उड़ी धज्जियाँ

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे X (Twitter), Instagram और YouTube पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि जनरल मुनीर और उनके साथ चल रहे अधिकारी बेहद असहज होकर वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं

यह वीडियो पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गया है और देश की अंतरराष्ट्रीय साख पर सवाल उठने लगे हैं।

क्यों भड़का पाकिस्तान का डायस्पोरा?

विरोध कर रहे लोगों ने कई मुद्दों को लेकर अपनी नाराज़गी जाहिर की:

  • इमरान खान को जेल में डालने का आरोप
  • लोकतंत्र को कुचलने और चुनावों में हस्तक्षेप
  • पाकिस्तान आर्मी की राजनीति में दखलंदाजी
  • मानवाधिकार हनन और प्रेस की आज़ादी पर अंकुश

विरोध करने वालों का कहना था कि असीम मुनीर और पाक फौज ने लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म कर दिया है और अब वे विदेशी दौरे कर अपनी इमेज सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।

शर्मिंदगी के बावजूद छुट्टियों जैसा मज़ा?

सबसे हैरानी की बात यह है कि विरोध और बेइज्जती के बाद भी जनरल असीम मुनीर अमेरिकी टूर को किसी छुट्टी की तरह मना रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, वो महंगे होटलों में ठहराव, डिनर पार्टियों, और घूमने-फिरने में व्यस्त हैं।

यह सवाल खड़ा करता है कि क्या पाकिस्तानी आर्मी चीफ देश की सेवा में हैं या अपने आराम और रसूख को बचाने में?

क्या कहती है पाकिस्तान की गिरती साख?

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान पहले ही आर्थिक संकट, आतंकवाद, और लोकतंत्र के अभाव को लेकर आलोचना झेल रहा है। ऐसे में आर्मी चीफ का यह व्यवहार देश की छवि को और नुकसान पहुंचा रहा है।

IMF Bailout, बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी, और मीडिया पर पाबंदियों के बीच इस तरह के दृश्य पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति की सच्ची तस्वीर पेश कर रहे हैं।

अब सवाल ये है:

  • क्या जनरल असीम मुनीर वाकई में राष्ट्रहित में काम कर रहे हैं?
  • क्या पाकिस्तान की फौज अब सिर्फ सत्ता और ताकत की भूखी संस्था बन चुकी है?
  • क्या इस घटना ने पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को और नुकसान पहुंचाया?

Asim Munir’s US Visit अब सिर्फ एक राजनयिक यात्रा नहीं रह गई है, बल्कि यह एक राजनीतिक विवाद और जनता की नाराज़गी का प्रतीक बन गई है। जनरल मुनीर के खिलाफ हो रहा विरोध इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान की जनता और प्रवासी नागरिक अब सेना की नीतियों से तंग आ चुके हैं

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