बिहार की राजनीति इन दिनों एक बार फिर गरमा गई है। विपक्ष के नेता और आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने राज्य में आयोगों में कथित भाई-भतीजावाद को लेकर ‘जमाई आयोग’ (दामाद आयोग) और ‘जीजा आयोग’ (रिश्तेदार आयोग) बनाए जाने की कटाक्षपूर्ण मांग की है।
तेजस्वी यादव ने यह बयान अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से साझा करते हुए केंद्र और राज्य सरकार दोनों को घेरा है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियाँ जोरों पर हैं और सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे को निशाने पर लेने में जुटे हैं।
‘जमाई आयोग’ के बाद ‘जीजा आयोग’ की मांग
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में राजनीतिक परिवारवाद और भाई-भतीजावाद चरम पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकार के कई नेताओं के जीजा, दामाद, बहनोई और रिश्तेदारों को उच्च पदों पर नियुक्त किया जा रहा है, जिनकी मासिक सैलरी ₹2,60,000 तक बताई जा रही है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा,
“अब तो ‘जमाई आयोग’ के बाद ‘जीजा आयोग’ भी बनवा देना चाहिए।”
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मुख्यमंत्री पर तीखा हमल
तेजस्वी यादव, जो आम तौर पर नीतीश कुमार पर संयमित भाषा में बयान देते रहे हैं, इस बार बेहद आक्रामक नजर आए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब नियंत्रण में नहीं हैं, और उनके गठबंधन के लोग बिहार में मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा,
“मुख्यमंत्री की अचेत अवस्था ‘भूंजा पार्टी’ के लिए ईश्वरीय उपहार बन चुकी है।”
आयोगों में रिश्तेदारों की नियुक्ति पर सवाल
तेजस्वी ने बार-बार यह मुद्दा उठाया है कि आयोगों में योग्य उम्मीदवारों को नजरअंदाज कर केवल राजनीतिक रिश्तों को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा,
“संबंधों के आधार पर बेटी, दामाद, जीजा, भतीजे – सभी को आयोगों में सेट किया जा रहा है।”
उन्होंने यह भी मांग की कि ‘भाई-भाई आयोग’ का गठन भी जल्द होना चाहिए ताकि भाई-भतीजावाद की इस परंपरा का दस्तावेजीकरण किया जा सके।
पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बिहार दौरे पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री मोदी हर बार बिहार आते हैं और सिर्फ हमारी आलोचना करते हैं, लेकिन अपने गठबंधन की करतूतों पर एक शब्द भी नहीं बोलते।”
उन्होंने आरएसएस कोटे से मंत्रियों की नियुक्ति पर भी कटाक्ष किया और पूछा कि क्या मुख्यमंत्री इस बारे में कोई जानकारी साझा करेंगे।
स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों पर चिंता
तेजस्वी यादव ने देश की जमीनी स्थिति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बेरोजगारी, महंगाई और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कोई गंभीर प्रयास नहीं कर रही है।
“फ्री राशन देने से काम नहीं चलेगा। जनता को रोज़गार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान चाहिए,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री को हाल में साइप्रस से मिला नागरिक सम्मान पर भी उन्होंने व्यंग्य किया और कहा कि भारत में मौजूदा हालत को देखते हुए, इन सम्मानों का वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है।
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