मध्य पूर्व में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है और इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। इज़रायली सैन्य कार्रवाई में ईरान की ताक़तवर कुद्स फोर्स के एक वरिष्ठ कमांडर बहेनाम शाह्रियारी मारे गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाह्रियारी ईरान से सीरिया और लेबनान में हथियारों की आपूर्ति करने वाली यूनिट के प्रमुख थे। इज़रायल ने जिस यूनिट को निशाना बनाया, वह ईरानी प्रभाव वाले आतंक संगठनों को हथियार ट्रांसफर करने के लिए जानी जाती थी।
यह हमला उस समय हुआ जब बहेनाम शाह्रियारी एक सीक्रेट मीटिंग के लिए दमिश्क में मौजूद थे। इज़रायली इंटेलिजेंस को पहले से इस बैठक की जानकारी थी और इसी सूचना के आधार पर बेहद सटीक एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया गया। बताया जा रहा है कि इस हमले में शाह्रियारी के साथ कई और ईरानी अधिकारी भी मारे गए हैं, हालांकि ईरान की तरफ से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
कौन थे बहेनाम शाह्रियारी?
बहेनाम शाह्रियारी ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के अंतर्गत काम करने वाली अल-कुद्स फोर्स में उच्च पद पर थे। वे उन अधिकारियों में से थे जो सीरिया, लेबनान और गाज़ा पट्टी में हथियार, मिसाइल टेक्नोलॉजी और प्रशिक्षण भेजने की ज़िम्मेदारी संभालते थे। इज़रायल कई वर्षों से उन्हें ‘हाई वैल्यू टारगेट’ मानता रहा है।
इस हमले के क्या हैं मायने?
इज़रायल के इस टारगेटेड ऑपरेशन से ईरान को बड़ा झटका लगा है। खासकर उस वक्त जब ईरान और इज़रायल के बीच अप्रत्यक्ष संघर्ष तेज़ हो रहा है। जानकारों का मानना है कि इस हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव और गहरा सकता है और ईरान की तरफ से जवाबी कार्रवाई की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
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