वंदे भारत एक्सप्रेस में सीट विवाद, विधायक राजीव सिंह और यात्री के बीच हुआ विवाद, मारपीट का मामला तूल पकड़ता रहा

नई दिल्ली से भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस में एक सीट विवाद ने बड़ा रूप ले लिया। इस विवाद का मुख्य केंद्र हैं विधायक राजीव सिंह और एक यात्री राज प्रकाश। मामला इतना गंभीर हो गया कि झांसी रेलवे स्टेशन पर 7-8 लोगों ने राज प्रकाश की कथित तौर पर पिटाई कर दी। यह पूरा घटनाक्रम सोशल मीडिया पर भी वीडियो के रूप में वायरल हो चुका है, जिसमें राज प्रकाश को मुक्कों और चप्पलों से पीटा जा रहा है, और उनकी नाक से खून बहता हुआ दिखाई दे रहा है। इस विवाद ने राजनीति के गलियारों में भी तूल पकड़ लिया है।

विवाद की शुरुआत: सीट बदलने का अनुरोध

घटना उस समय शुरू हुई जब वंदे भारत एक्सप्रेस के E-2 कोच में यात्रा कर रहे विधायक राजीव सिंह ने अपने परिवार के साथ अपनी सीट लेकर एक अन्य यात्री राज प्रकाश से सीट बदलने का अनुरोध किया। विधायक के परिवार को सीट नंबर 50 और 51 मिली थीं, जबकि उनकी खुद की सीट नंबर 8 थी। वहीं राज प्रकाश के पास सीट नंबर 49 थी।राज प्रकाश ने सीट बदलने से साफ इनकार कर दिया, जिससे विवाद की जड़ें गहरी हो गईं। विवाद के बाद ट्रेन के झांसी स्टेशन पर ट्रेन रुकते ही यह मामला हिंसक हो गया और राज प्रकाश की कथित तौर पर पिटाई कर दी गई।

मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे राज प्रकाश को कई लोग मारपीट कर रहे हैं। वीडियो में उनकी नाक से खून बह रहा है और कपड़े खून से सन गए हैं। यह वीडियो कई लोगों के बीच चिंता और विवाद का विषय बना हुआ है।

विधायक की GRP में शिकायत

मारपीट के बाद विधायक राजीव सिंह ने झांसी में गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) में गैर-संज्ञेय (NCR) शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने दावा किया कि राज प्रकाश ने उनकी पत्नी और बेटे के सामने अभद्र व्यवहार किया। विधायक ने पुलिस से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने जारी किया नोटिस

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने विधायक राजीव सिंह को नोटिस जारी किया है। उन्होंने विधायक से इस मारपीट मामले में एक हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है। भूपेंद्र चौधरी ने चेतावनी दी है कि अगर विधायक समय पर जवाब नहीं देंगे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना से उठ रहे सवाल

यह विवाद केवल एक सीट बदलने के मामूली झगड़े से कहीं अधिक गहरा है। यह सवाल खड़ा करता है कि क्या सार्वजनिक परिवहन में यात्रियों के बीच सम्मान और सहनशीलता का अभाव है? साथ ही, क्या राजनीति का हस्तक्षेप आम जनता के बीच के विवादों को और जटिल बना देता है। वंदे भारत एक्सप्रेस में सीट विवाद ने एक सामान्य यात्रा को हिंसक घटना में बदल दिया। विधायक और यात्री के बीच हुई यह मारपीट न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गई है।इस मामले की निष्पक्ष जांच और समय पर कार्रवाई जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसे विवादों से निपटने के लिए स्पष्ट नियम और सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जा सके।

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