उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दांदरपुर गांव में कथावाचकों मुकुट मणि यादव और संत कुमार के साथ हुई कथित जातीय अभद्रता ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। बकेवर थाना क्षेत्र के इस गांव में कथित तौर पर कथावाचकों की जाति को लेकर उन्हें अपमानित किया गया, उनके बाल और चोटी काट दी गई, और महिला के पैर छूने व नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया गया।
घटना के बाद गांव में तनाव, पुलिस तैनात
घटना के बाद दांदरपुर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मामले में अब तक कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें : गाजा में युद्धविराम की संभावना, अब्राहम समझौते के विस्तार पर इजरायल-अमेरिका चर्चा
सियासी प्रतिक्रियाएं तेज
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीड़ित कथावाचकों को सम्मानित करते हुए योगी सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने इसे “पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज को दबाने की मानसिकता” बताया और धार्मिक कर्मकांडों पर जातिवादी कब्जे की साजिश करार दिया।
वहीं, बीजेपी नेता और मंत्री जयवीर सिंह ने अखिलेश पर बिना तथ्य जातिवाद फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि “सनातन धर्म जाति नहीं, गुण और धर्म का सम्मान करता है।” उन्होंने सपा पर समाज को जाति में बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया।
FIR और कानूनी कार्रवाई
कथावाचकों पर जाति छिपाकर ब्राह्मण बनकर कथा सुनाने और फर्जी आधार कार्ड के आरोप में FIR दर्ज की गई है। जांच में कथावाचक यादव जाति के पाए गए। इससे विवाद और गहराता जा रहा है।
मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिया है कि ऐसी जातीय विद्वेष की घटनाओं का तत्काल पर्दाफाश करें और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करें।
संबंधित पोस्ट
मुजफ्फरनगर में कांवड़ मार्ग पर पहचान अभियान से विवाद, पुलिस ने संभाला मोर्चा
अमेरिका-यूके की सख्त नीतियों के बीच भारतीय छात्रों का ऑस्ट्रेलिया की ओर रुझान बढ़ा
कौशांबी में पांच युवकों का खतरनाक बाइक स्टंट वायरल, पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई