कोलकाता में एक लॉ छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार के मामले ने पूरे राज्य और देश में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। 24 वर्षीय पीड़िता ने आरोप लगाया है कि टीएमसी छात्र इकाई के नेता मोनोजीत मिश्रा और तीन अन्य ने मिलकर उसके साथ यह घिनौनी हरकत की, जिसकी पुष्टि अब मेडिकल रिपोर्ट ने भी कर दी है।
मेडिकल रिपोर्ट में सामने आए हैरान करने वाले तथ्य
छात्रा की मेडिकल जांच शुक्रवार को की गई, जिसमें उसके गले पर खरोंच के निशान, स्तनों पर चोट के निशान और शरीर पर अन्य चोटों के संकेत मिले हैं। मेडिकल टीम ने बताया कि चोटों की प्रकृति से बलपूर्वक यौन संबंध और उत्पीड़न की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इस रिपोर्ट से छात्रा द्वारा दर्ज शिकायत की पुष्टि होती है, जिसमें उसने मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा द्वारा शादी का प्रस्ताव ठुकराने पर उसके साथ गैंगरेप किए जाने का आरोप लगाया है।
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चार आरोपियों की गिरफ्तारी, कॉलेज गार्ड भी शामिल
कोलकाता पुलिस ने इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के अलावा दो छात्र और कॉलेज का एक सुरक्षा गार्ड भी शामिल है।
गार्ड पर आरोप है कि उसने जानबूझकर घटना को नजरअंदाज किया और न तो कॉलेज प्रशासन और न ही पुलिस को इसकी सूचना दी।
राजनीतिक घमासान में बदला मामला
इस गंभीर घटना ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है क्योंकि मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) का महासचिव है। बीजेपी ने टीएमसी पर तीखा हमला करते हुए मोनोजीत मिश्रा की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ तस्वीरें साझा की हैं।
वहीं तृणमूल कांग्रेस ने एक लंबा बयान जारी कर घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पार्टी ने यह भी कहा कि वह पीड़िता को हर संभव न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बीजेपी का विरोध प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई
शनिवार को भारतीय जनता पार्टी ने कोलकाता के कस्बा पुलिस स्टेशन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। विरोध के दौरान पार्टी के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
भाजपा का कहना है कि राज्य सरकार महिला सुरक्षा में विफल हो चुकी है और अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है।
जांच के लिए गठित SIT
कोलकाता पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक पुलिस आयुक्त प्रदीप कुमार घोषाल की अगुवाई में एक पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। यह टीम मामले की गहराई से जांच करेगी और सभी पहलुओं की छानबीन करेगी।
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