रेडिट पर वायरल हुई महिला की पोस्ट, एयरपोर्ट पर पुलिसवाले ने पूछे आपत्तिजनक सवाल, सुरक्षा पर उठे सवाल

एयरपोर्ट को आमतौर पर सबसे सुरक्षित और पॉश इलाकों में गिना जाता है। वहां सुरक्षा की सख्त निगरानी, कैमरे और हर कदम पर पुलिस की मौजूदगी होती है। लेकिन अगर इसी जगह कोई महिला खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे, तो यह न सिर्फ चिंताजनक है, बल्कि हमारे समाज और व्यवस्था पर भी एक बड़ा सवालिया निशान लगाता है। हाल ही में एक रेडिट पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें एक महिला ने एयरपोर्ट क्षेत्र में पुलिसकर्मी द्वारा किए गए आपत्तिजनक व्यवहार को उजागर किया है। हालांकि, इन दावों की NBT स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता, लेकिन इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है।

महिला का दावा नशे में धुत पुलिसवाले ने पूछा ‘धंधा करती हो?’

महिला ने अपनी पोस्ट में बताया कि वह एयरपोर्ट क्षेत्र में मौजूद थी, जब एक पुलिसवाले ने उससे बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक सवाल पूछ लिया “क्या तुम यहां धंधा करती हो?” महिला के अनुसार, वह पुलिसकर्मी नशे की हालत में था और उसका व्यवहार बेहद अभद्र था।इस पोस्ट में महिला ने न तो उस पुलिसवाले का नाम लिखा और न ही बैच नंबर या किसी और जानकारी का ज़िक्र किया। लेकिन इतना जरूर कहा कि घटना के बाद वह बेहद असहज और डरी हुई महसूस कर रही थी।

रेडिट पर भड़के यूजर्स, पुलिस की जिम्मेदारी पर उठे सवाल

पोस्ट के वायरल होते ही रेडिट कमेंट सेक्शन में बहस छिड़ गई। कई यूजर्स ने महिला का समर्थन करते हुए कहा कि अगर सुरक्षा देने वाली संस्था के लोग ही इस तरह का व्यवहार करेंगे, तो आम जनता कहां जाएगी?कुछ यूजर्स ने कहा कि यह घटना केवल एक महिला के साथ नहीं हुई, बल्कि इससे उन हजारों महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं जो हर दिन एयरपोर्ट जैसे सार्वजनिक स्थानों पर जाती हैं।वहीं, कुछ यूजर्स ने यह भी सुझाव दिया कि महिला को इस घटना की औपचारिक शिकायत दर्ज करानी चाहिए, ताकि जांच हो सके और दोषी को सज़ा मिले।

क्या कहता है कानून और पुलिस आचरण का दायरा?

भारतीय कानून में किसी भी पुलिसकर्मी के लिए यह अनिवार्य है कि वह ड्यूटी पर रहते हुए मर्यादित और जिम्मेदार व्यवहार करे। नशे में ड्यूटी करना न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि निलंबन और सजा का कारण भी बन सकता है।यदि महिला के दावे सही हैं, तो यह मामला न सिर्फ अनुशासनहीनता का है, बल्कि यह महिला सुरक्षा के संवेदनशील विषय से भी जुड़ा हुआ है। ऐसे मामलों में पुलिस विभाग के लिए तुरंत कार्रवाई और निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी हो जाती है।

महिला सुरक्षा के प्रति सिस्टम की जिम्मेदारी

आज जब भारत में महिला सुरक्षा को लेकर कई योजनाएं, हेल्पलाइन और कानून मौजूद हैं, तब भी इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि सिस्टम में कहीं न कहीं अब भी गंभीर खामियां मौजूद हैं।चाहे वह मेट्रो हो, बस स्टैंड या एयरपोर्ट – महिलाओं को हर जगह सुरक्षित माहौल मिलना चाहिए। अगर सुरक्षा देने वाली संस्थाओं के लोग ही महिलाओं को अपमानित करें, तो उनका विश्वास तंत्र पर से उठना लाज़मी है । एयरपोर्ट पर पुलिस द्वारा महिला से आपत्तिजनक सवाल पूछे जाने का मामला सिर्फ एक व्यक्ति की घटना नहीं है, बल्कि यह महिला सुरक्षा और पुलिस आचरण की जिम्मेदारी जैसे गंभीर मुद्दों से जुड़ा है। इस घटना की सच्चाई चाहे जो भी हो, लेकिन यह बहस शुरू होनी जरूरी है कि क्या हमारी व्यवस्था वास्तव में महिलाओं को सुरक्षित महसूस करा पा रही है? और क्या पुलिस बल में सुधार और जवाबदेही की ज़रूरत है?

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