भारतीय सेना ने एक बार फिर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर सेना ने आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को विफल करते हुए एक पाकिस्तानी गाइड को गिरफ्तार कर लिया है। इस ऑपरेशन को सेना की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का परिणाम माना जा रहा है, जिससे एक बड़ा आतंकी हमला टल गया।
कैसे हुई घुसपैठ की कोशिश?
भारतीय सेना के जवानों को नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी। इसके बाद निगरानी तेज कर दी गई। सेना को 4-5 आतंकियों की मूवमेंट दिखाई दी, जो हथियारों से लैस होकर भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ हुई, जिसमें चार आतंकी घायल हो गए। बाकी आतंकी पाकिस्तान की तरफ लौट गए।
पाकिस्तानी गाइड गिरफ्त में, बड़ा खुलासा
इस ऑपरेशन के दौरान सेना ने एक पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ लिया, जो आतंकियों का गाइड था। प्रारंभिक पूछताछ में उसने कबूल किया है कि वह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने में मदद कर रहा था। उसने बताया कि आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार और युद्ध सामग्री थी, जिसे भारतीय सेना के ठिकानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने के लिए लाया गया था।
ऑपरेशन में क्या-क्या बरामद हुआ?
सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने मौके से कई महत्वपूर्ण वस्तुएं बरामद की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पाकिस्तानी मोबाइल फोन
- पाकिस्तानी करेंसी
- मैप्स और नेविगेशन उपकरण
- आतंकियों के ठिकानों से संबंधित दस्तावेज
- भारी मात्रा में गोला-बारूद
इन सभी वस्तुओं को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया गया है। इनके जरिए आतंकियों की योजना और पाकिस्तानी एजेंसियों की संलिप्तता के बारे में और भी जानकारी मिलने की उम्मीद है।
LoC पर बढ़ी निगरानी, सेना हाई अलर्ट पर
सेना ने LoC के आसपास के क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन और गश्त को और तेज कर दिया है। साथ ही, हाई रेंज सर्विलांस सिस्टम, ड्रोन और नाइट विजन उपकरणों के ज़रिए 24×7 निगरानी की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि घुसपैठ की यह कोशिश मानसून के पहले की जा रही आम गतिविधियों का हिस्सा हो सकती है, जब घने जंगल और खराब मौसम आतंकियों को छिपने में मदद करते हैं।
जैश-ए-मोहम्मद की सक्रियता फिर से बढ़ी?
इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं और LoC पार से भारत में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की ओर से ऐसे गाइड भेजे जाना दर्शाता है कि आतंकवाद को अब भी वहां की सरकारी मशीनरी से समर्थन मिल रहा है।
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