मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज़ राणा ने बिलावल भट्टो को दिखाया आइना

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के विवादास्पद बयान के बाद से भारतीय राजनीति में हलचल मच गई है। जहां पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भारत के खिलाफ बयानबाजी की, वहीं भारतीय कवि और शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज़ राणा ने इस बयान को लेकर कड़ा जवाब दिया है। तबरेज़ राणा, जो खुद एक उभरते हुए शायर और समाजिक कार्यकर्ता हैं, ने बिलावल भुट्टो को करारा जवाब देते हुए उन्हें आइना दिखाया है। उनके इस जवाब ने न केवल पाकिस्तान बल्कि भारत में भी गहरी चर्चा पैदा की है।

बिलावल भट्टो का विवादास्पद बयान

बिलावल भुट्टो ने हाल ही में एक बयान में भारत को निशाना बनाते हुए कहा था कि पाकिस्तान भारत से हमेशा ही संघर्ष में रहेगा और इस संघर्ष में पाकिस्तान को कभी भी हार का सामना नहीं करना पड़ेगा। उनका यह बयान भारतीय मीडिया और राजनीति में बड़ी बहस का कारण बन गया। भारत में इसे न केवल एक बेतुका बयान माना गया, बल्कि इससे दो देशों के बीच तनाव को बढ़ाने की कोशिश की गई। बिलावल के इस बयान को भारतीय नेताओं ने सख्त तरीके से नकारते हुए इसे पाकिस्तान की नकारात्मक राजनीति का हिस्सा करार दिया।

तबरेज़ राणा का तीखा जवाब

जब यह बयान सामने आया, तब मुनव्वर राणा के बेटे और मशहूर शायर तबरेज़ राणा ने सोशल मीडिया के जरिए बिलावल भुट्टो को कड़ा जवाब दिया। तबरेज़ ने बिलावल को न केवल उनके बयान के लिए आलोचना की, बल्कि पाकिस्तान की वास्तविक स्थिति को भी बेनकाब किया। उन्होंने कहा, “आपकी बातें उस समय तक तो ठीक लगती हैं जब तक आप अपनी जमीन से जुड़े नहीं होते। पाकिस्तान की राजनीति और उसकी नीतियाँ भी आपको नहीं बचा सकतीं। अगर आपने भारत से संघर्ष करने की ठानी है, तो पहले अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढ़िए।”

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तबरेज़ का ऐतिहासिक संदर्भ

तबरेज़ राणा ने भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों का ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए बताया कि दोनों देशों के बीच कई दशकों से संघर्ष हो रहा है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भारत का विकास और शक्ति पाकिस्तान की नीतियों के मुकाबले कहीं अधिक सशक्त है। तबरेज़ ने इस संदर्भ में कहा, “भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां हर नागरिक को आवाज़ दी जाती है, जबकि पाकिस्तान में हमेशा से ही सैन्य और राजनीति का गठजोड़ रहा है। आप किसी युद्ध या संघर्ष में तब तक सफल नहीं हो सकते जब तक आपकी अपनी जनता आपके साथ न हो।”

पाकिस्तान की अंदरूनी स्थिति पर सवाल

तबरेज़ राणा ने पाकिस्तान की अंदरूनी स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान अपने अंदरूनी मुद्दों से जूझ रहा है। वहां आतंकवाद, गरीबी, बेरोज़गारी और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहे लोग हैं। ऐसे में पाकिस्तान को भारत के खिलाफ बयानबाजी करने के बजाय अपनी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पाकिस्तान में लोकतंत्र और मानवाधिकारों की स्थिति बहुत खराब है, और पहले वहां के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा कीजिए।”

भारतीय संस्कृति का उदाहरण

तबरेज़ राणा ने भारत की संस्कृति और सभ्यता का हवाला देते हुए यह भी कहा कि भारतीय समाज ने हमेशा से शांति और सौहार्द की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने यह बताया कि भारत में अनेकता में एकता का आदर्श हमेशा से कायम रहा है, और पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि दोनों देशों का भविष्य शांति में है, न कि युद्ध या संघर्ष में। तबरेज़ ने भारत की विविधता को एक ताकत बताया और कहा कि पाकिस्तान को यह स्वीकार करना चाहिए कि भारत की संस्कृति और इतिहास उसे संघर्ष से कहीं बेहतर रास्ता दिखा सकते हैं।

शांति और सहयोग की आवश्यकता

तबरेज़ राणा ने अपनी बात खत्म करते हुए यह कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच वार्ता का रास्ता खुला होना चाहिए, जिससे आपसी समझ और सम्मान की भावना बढ़ सके। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी की बजाय दोनों देशों के बीच सकारात्मक बातचीत की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।

तबरेज़ का यह संदेश न केवल पाकिस्तान के नेताओं के लिए था, बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय नागरिकों को भी एकजुट होकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दोनों देशों के बीच शांति और सहयोग की दिशा में लगातार प्रयास किए जाएं।

मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज़ राणा ने बिलावल भट्टो को जो जवाब दिया है, वह केवल एक व्यक्तिगत प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि यह पूरे भारतीय समाज और राजनीति की भावना को प्रदर्शित करता है। उनका यह संदेश न केवल पाकिस्तान की राजनीति पर सवाल उठाता है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र और संस्कृति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करता है। आज के समय में जब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है, तब ऐसे वक्त में तबरेज़ का बयान दोनों देशों के बीच शांति और समझ के रास्ते खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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