दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज राजधानी के मुखर्जी नगर स्थित एक गुरुद्वारे में आयोजित भव्य बैसाखी कार्यक्रम में शामिल हुईं। मुख्यमंत्री ने सिख समुदाय को इस पावन पर्व की शुभकामनाएं दीं और उनके ऐतिहासिक योगदान को नमन किया।
CM रेखा गुप्ता ने क्या कहा?
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा बैसाखी सिर्फ एक पर्व नहीं, यह मेहनत हौंसले और एकता का प्रतीक है। सिख समुदाय ने देश की सेवा बलिदान और राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाई है।उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार सिख समाज की परंपराओं और संस्कृति को सहेजने और आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
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धार्मिक उत्सव में दिखा जोश और उल्लास
बैसाखी कार्यक्रम में कीर्तन लंगर और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने श्रद्धा के साथ अरदास में भाग लिया और संगत को संबोधित किया। उन्होंने वहां मौजूद बच्चों और बुज़ुर्गों से मुलाकात कर उनका हालचाल भी जाना।
सियासी संदेश भी छिपा?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा केवल सांस्कृतिक जुड़ाव तक सीमित नहीं था। दिल्ली की राजनीति में सिख समुदाय का एक अहम वोट बैंक है और इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की मौजूदगी को आने वाले चुनावों से पहले ‘सांस्कृतिक जुड़ाव और राजनीतिक संकेत’ के तौर पर भी देखा जा रहा है।
कार्यक्रम में मौजूद रहे कई मंत्री और नेता
मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली सरकार के अन्य मंत्री, निगम पार्षद और बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता भी कार्यक्रम में शामिल हुए। संगत ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाने के लिए भी लाइनें लग गईं।बैसाखी के इस पर्व पर सीएम रेखा गुप्ता की मौजूदगी ने सिख समुदाय के साथ उनके रिश्ते को और भी मजबूत किया है। यह आयोजन जहां एक तरफ धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक रहा, वहीं दिल्ली की राजनीति में भी इसके असर को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
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