बिहार की सियासत में गरमाई बहस: तेजस्वी यादव का बीजेपी और एनडीए पर तीखा हमला

बिहार की राजनीति एक बार फिर से गर्म हो गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के एक बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। बयान ऐसा था, जिसे लेकर विपक्ष ने एनडीए पर सीधा हमला बोल दिया। खासतौर पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को आड़े हाथों लिया।

हरियाणा के CM के बयान से मचा बवाल

दरअसल, रविवार को गुरुग्राम में एक कार्यक्रम के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा था कि “हरियाणा के बाद अब बिहार की बारी है। बिहार में सम्राट चौधरी के नेतृत्व में विजय का झंडा फहराया जाएगा।” इस कार्यक्रम में बिहार बीजेपी के नेता सम्राट चौधरी भी मौजूद थे।

सैनी के इस बयान को बिहार में मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में सम्राट चौधरी की पेशगी के तौर पर देखा जा रहा है। यही बात विपक्ष को अखर गई और तेजस्वी यादव ने इसे लेकर तीखा वार किया।

तेजस्वी यादव का जवाब – “सीएम कौन नहीं बनेगा, यह तो बता दो”

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा –

“बीजेपी में कौन नहीं सीएम बनेगा, यह तो बता दो। क्यों आप लोग झगड़ा लगवा रहे हैं? दो दिन बाद दूसरा नाम आ जाएगा। ये लोग आपस में नूरा-कुश्ती करते रहेंगे। इस एनडीए की खटारा गाड़ी पर बिहार की जनता सवार नहीं होने जा रही है।”

तेजस्वी ने यह भी कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है और बीजेपी जिसे चाहे उसे मुख्यमंत्री बना दे, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

अंबेडकर जयंती पर दिया बड़ा बयान

बिहार में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि:

“जिन लोगों ने अंबेडकर का विरोध किया, वो लोग आज अंबेडकर जयंती मना रहे हैं। ये लोग गोलवलकर और गोडसे की विचारधारा पर चलते हैं और संविधान को नहीं मानते।”

तेजस्वी का यह बयान बीजेपी के उन नेताओं पर सीधा वार है जो आज अंबेडकर को सम्मान देने की बात करते हैं, लेकिन आरएसएस की विचारधारा का समर्थन करते हैं।

अमित शाह के बयान का किया ज़िक्र

तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में दिए गए बयान की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि:

“अमित शाह का बाबासाहेब को लेकर संसद में जो बयान आया, वो उनके दिल की बात थी। आज जो भी जेडीयू, बीजेपी या एनडीए के अन्य पार्टनर हैं, वे सभी अंबेडकर की विचारधारा के खिलाफ काम कर रहे हैं।”

आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी पर सीधा हमला

तेजस्वी यादव ने महागठबंधन सरकार के समय लिए गए 65 फीसदी आरक्षण के फैसले का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि:

“हमने उस आरक्षण को संविधान के शेड्यूल 9 में डालने की मांग की थी, लेकिन बीजेपी सरकार कोर्ट में जाकर उस फैसले को अटकाने का काम कर रही है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नहीं चाहती कि गरीबों, पिछड़ों और दलितों को उनका हक मिले।

नीतीश कुमार पर भी तीखा कटाक्ष

तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि:

“नीतीश कुमार को बीजेपी ने हाईजैक कर लिया है। वे अचेत अवस्था में हैं और निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं।”

इस बयान से साफ है कि आरजेडी और महागठबंधन की रणनीति आने वाले चुनावों में नीतीश कुमार को भी कमजोर नेतृत्व के तौर पर दिखाने की है।

बिहार की राजनीति एक बार फिर चुनावी मोड़ पर पहुंचती नजर आ रही है। बीजेपी की ओर से सम्राट चौधरी को आगे बढ़ाने की कोशिश, और तेजस्वी यादव का आक्रामक तेवर यह संकेत दे रहे हैं कि आने वाले महीने बिहार की राजनीति में कई बड़े मोड़ लाने वाले हैं।

तेजस्वी यादव का फोकस सामाजिक न्याय, आरक्षण, संविधान और बीजेपी के अंदरुनी विरोधाभासों को उजागर करने पर है। वहीं, बीजेपी और एनडीए नेतृत्व एकजुटता दिखाने की कोशिश में है। 

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