जम्मू-कश्मीर में भी ईद-उल-फितर का जश्न

जम्मू-कश्मीर में ईद-उल-फितर का पर्व हर्षोल्लास और भाईचारे के माहौल में मनाया गया। बुधवार को प्रदेशभर में मस्जिदों और ईदगाहों में विशेष नमाज अदा की गई। लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की शुभकामनाएं दीं और अमन-शांति की दुआ की।

श्रीनगर में खास आयोजन

राजधानी श्रीनगर समेत विभिन्न जिलों में ईद-उल-फितर की रौनक देखने लायक थी। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में नमाज अदा की। उनके साथ पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी मौजूद थे। नमाज के बाद फारूक अब्दुल्ला ने देशवासियों को ईद की बधाई दी और देश में शांति और सद्भाव की प्रार्थना की।

ईद के मौके पर आपसी भाईचारे का संदेश

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “अल्लाह मुसलमानों पर दया करे। हमारे देश और फिलिस्तीन में मुसलमान मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं। मेरी दुआ है कि हमारे देश में शांति बनी रहे और सभी धार्मिक समाज आपसी सद्भाव और दोस्ती के साथ रहें।” उन्होंने सभी समुदायों से एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करने और सौहार्द बनाए रखने की अपील की।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

ईद के पर्व को देखते हुए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। प्रमुख मस्जिदों और ईदगाहों के बाहर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। लोगों ने शांति और सौहार्द के साथ त्योहार का आनंद लिया।

त्योहार की रौनक

ईद के मौके पर बाजारों में भी जबरदस्त रौनक देखने को मिली। लोग नए कपड़े पहनकर, सेवइयां और अन्य पारंपरिक मिठाइयों का लुत्फ उठाते नजर आए। बच्चों में खास उत्साह देखने को मिला, जिन्होंने अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस पावन अवसर का आनंद लिया।

ईद-उल-फितर का यह पर्व हमें प्रेम, भाईचारे और सद्भाव का संदेश देता है। आइए, हम सभी इस अवसर पर एकजुट होकर शांति और सौहार्द को बनाए रखने का संकल्प लें।

Share