अब आतंक के खिलाफ आर-पार की लड़ाई: पीएम मोदी ने दिया सख्त संदेश

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस भीषण हमले में 25 निर्दोष सैलानियों और एक कश्मीरी की जान चली गई। इस घटना के दो दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी से देश और दुनिया को एक कड़ा संदेश दिया – अब हर आतंकी और उसके सरपरस्त को ढूंढ-ढूंढ कर सज़ा दी जाएगी।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को मौन श्रद्धांजलि देकर की। उन्होंने कहा, “पूरा देश दुख और ग़ुस्से से भरा हुआ है। किसी ने अपना बेटा खोया है, किसी ने भाई, किसी की ज़िंदगी का साथी चला गया। कोई बंगाली था, कोई कन्नड़, कोई मराठी था तो कोई उड़िया, कोई गुजराती था तो कोई बिहार का बेटा। ये हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर हमला था।”

प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा,
“अब समय आ गया है कि आतंक के हर बचे हुए अड्डे को जड़ से खत्म कर दिया जाए। 140 करोड़ देशवासियों की इच्छाशक्ति आतंक के आका की कमर तोड़ देगी।”

यह बात साफ है कि प्रधानमंत्री का यह बयान सीधे-सीधे पाकिस्तान को निशाने पर लेकर दिया गया है, जिसे भारत में आतंकी गतिविधियों का समर्थन देने का दोषी ठहराया गया है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इस हमले के पीछे जो भी आतंकी और उनके मददगार हैं, उन्हें ऐसी सज़ा दी जाएगी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। देश अब सिर्फ शब्दों से नहीं, बल्कि “क्लियर एक्शन” की ओर बढ़ रहा है।

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उन्होंने कहा, “भारत अब हर आतंकी और उसके मददगार को चिन्हित करेगा, उनका पीछा करेगा और उन्हें सज़ा देगा। आतंकवाद को अब बख्शा नहीं जाएगा। हम उन्हें धरती के किसी भी कोने से ढूंढ निकालेंगे। भारत की आत्मा को आतंक कभी नहीं तोड़ सकता। पूरी दुनिया को मैं कहना चाहता हूं – भारत आतंक के खिलाफ अपने संकल्प में अडिग है।”

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण का एक हिस्सा अंग्रेजी में भी दिया ताकि यह संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचे। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का धन्यवाद भी किया, जिन्होंने इस मुश्किल घड़ी में भारत के साथ एकजुटता दिखाई है।

जनता की प्रतिक्रिया और उम्मीदें

इस भावनात्मक लेकिन दृढ़ संदेश के बाद उत्तर भारत के कई हिस्सों में लोगों ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर प्रधानमंत्री के स्टैंड का समर्थन किया है। लोगों का मानना है कि अब समय आ गया है जब सिर्फ बयान नहीं, बल्कि ज़मीन पर एक्शन नज़र आना चाहिए।

“हमारे जवान रोज़ जान की बाज़ी लगाते हैं, लेकिन जब निर्दोष सैलानियों को यूं मौत के घाट उतारा जाता है, तो दिल दहल जाता है। प्रधानमंत्री का बयान बहुत स्पष्ट है – अब डरने की नहीं, करने की बारी है,” एक स्थानीय निवासी ने कहा।

अब देश की पुकार – आर या पार

उत्तर भारत की जनता, विशेष रूप से जम्मू, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा जैसे राज्यों में, इस समय बहुत बड़ी अपेक्षा के साथ सरकार की ओर देख रही है। आम लोगों की भावना है कि अब आधे-अधूरे कदम नहीं चलेंगे। “हर आतंकी, हर मददगार – चाहे वो किसी भी देश में क्यों न हो – अब बचेगा नहीं।”

पीएम मोदी के इस भाषण से यह साफ है कि आने वाले दिनों में आतंक के खिलाफ भारत की नीति और भी आक्रामक होगी। सेना और सुरक्षा एजेंसियां पहले ही अलर्ट पर हैं और घाटी में आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संदेश सिर्फ शब्द नहीं है, यह “नई नीति का ऐलान” है। देश अब एकजुट है, और उत्तर भारत की आवाज़ यही कह रही है – “अब डर नहीं, सिर्फ एक्शन चाहिए।”

अब आतंक के सफाए तक चैन नहीं मिलेगा – यही है नए भारत का संकल्प।

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