ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आतंकवाद के खिलाफ मजबूत कार्रवाई

भारतीय सेना ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कार्रवाई की। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने 7 मई को आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसका उद्देश्य केवल आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को नष्ट करना था। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और एयर मार्शल एके भारती ने एक प्रेस ब्रीफिंग में इस ऑपरेशन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई केवल आतंकवाद के खिलाफ है, न कि किसी देश विशेष के खिलाफ। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देकर इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना लिया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा।

पाकिस्तान की नाकामी और भारत की ताकत
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली देश के लिए एक अभेद्य दीवार की तरह खड़ी थी। पाकिस्तानी वायुसेना ने 9-10 मई को भारत के हवाई अड्डों और लॉजिस्टिक प्रतिष्ठानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत के मजबूत वायु रक्षा ग्रिड के सामने वे पूरी तरह विफल रहे। भारतीय सेना के सभी सैन्य अड्डे और हवाई अड्डे पूरी तरह से सक्रिय और कार्यरत हैं। भविष्य में किसी भी मिशन को अंजाम देने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है। एयर मार्शल ने कहा, “हमने आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देना चुना। उनकी इस गलती का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ा।”

आतंकवाद के बदलते स्वरूप पर भारत की नजर
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि हाल के वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों का स्वरूप बदल रहा है। अब आतंकवादी न केवल सेना, बल्कि निर्दोष नागरिकों और तीर्थयात्रियों को भी निशाना बना रहे हैं। 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों और अप्रैल 2025 में पहलगाम में एक मासूम पर्यटक पर हुए हमले इसका जीता-जागता उदाहरण हैं। इन घटनाओं ने भारत को और सतर्क कर दिया। डीजीएमओ ने कहा, “पहलगाम तक आतंकवादियों का पाप का घड़ा भर चुका था। हमें पहले से ही अंदेशा था कि पाकिस्तान सीमा पार से हमला कर सकता है। इसलिए हमने अपनी वायु रक्षा प्रणाली को और मजबूत किया।”

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की तारीफ
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के ड्रोन भारत के मजबूत रक्षा ग्रिड के कारण नष्ट हो गए। पाकिस्तान की हर नापाक कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। डीजीएमओ ने कहा, “हमारे हवाई अड्डे पूरी तरह से ऑपरेशनल हैं, जबकि पाकिस्तान के हवाई अड्डों की दुर्दशा आपने देखी। यह हमारी सैन्य ताकत और रणनीतिक तैयारी का प्रमाण है।”

ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है। यह ऑपरेशन दर्शाता है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। भारतीय सेना ने न केवल आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य आक्रामकता को भी करारा जवाब दिया। यह ऑपरेशन भविष्य में आतंकवाद के खिलाफ भारत की तैयारियों और दृढ़ संकल्प को और मजबूत करता है।

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