जम्मू-कश्मीर में गुरुवार रात को एक बड़ी सुरक्षा कार्रवाई की गई, जो भारत सरकार की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति को दर्शाता है। पहलगाम हमले के मुख्य आरोपियों के घरों को विस्फोटों से उड़ा दिया गया, जिसमें अदिल हुसैन ठोकर और आसिफ शेख, जो इस हमले के प्रमुख संदिग्ध हैं, के घरों को निशाना बनाया गया। इन आतंकवादियों के घरों में विस्फोटक सामग्री रखी गई थी, जो एक बड़े सुरक्षा अभियान का हिस्सा था। यह कार्रवाई उस हमले के बाद की गई है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। यह घटना जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुई थी, और इसे 2019 के बाद से सबसे भयावह आतंकी हमलों में से एक माना गया है।
आतंकी गतिविधियों को लेकर पाकिस्तान पर आरोप
पहलगाम हमले में पाकिस्तान पर आरोप लगाया गया था कि वह आतंकवादियों को शरण दे रहा है और कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। इस हमले में मारे गए लोग भारतीय नागरिक थे, जिनमें कई पर्यटक भी शामिल थे। इस हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि उसे अपनी आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों को रोकना होगा, अन्यथा भारत कड़ी कार्रवाई करेगा।
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को किसी भी हालत में बख्शेगा नहीं। पाकिस्तान द्वारा अपने यहां छिपे आतंकवादियों की मदद करने की खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज कर दिया है और आतंकवाद के सफाए की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
आतंकवादियों की पहचान और इनाम की घोषणा
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस हमले में शामिल आतंकवादियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। पुलिस ने अदिल हुसैन ठोकर और आसिफ शेख सहित दो अन्य पाकिस्तानी आतंकवादियों के बारे में जानकारी जारी की है। इन आतंकवादियों के खिलाफ 20 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है।
आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा के इन आतंकवादियों के बारे में बताया जा रहा है कि यह समूह लंबे समय से कश्मीर घाटी में सक्रिय है और कई हाई-प्रोफाइल हमलों में शामिल रहा है। कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने और निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले इस समूह के खिलाफ कार्रवाई लगातार चल रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ठोकर और दो अन्य पाकिस्तानी आतंकवादियों की तस्वीरें जारी की हैं और इन आतंकवादियों की गिरफ्तारी के लिए 20 लाख रुपये का इनाम रखा है।
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सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर घाटी में आतंकवादियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं और लगातार आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। भारतीय सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने कश्मीर में आतंकवाद के सफाए की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई से यह साफ संदेश जाता है कि भारत अब किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ भारतीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई पहले से भी तेज हुई है। हर आतंकी हमले के बाद, भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकी गतिविधियों को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। भारतीय सेना और पुलिस आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखने की पूरी योजना बना चुके हैं, ताकि घाटी को आतंकवादियों से मुक्त किया जा सके।
कश्मीर घाटी में लगातार बढ़ रही सुरक्षा चुनौतियां
कश्मीर घाटी में आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष लंबे समय से चल रहा है। भारत सरकार और सुरक्षा बलों ने इस संघर्ष को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन पाकिस्तान द्वारा लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देने से यह समस्या और गंभीर हो जाती है। भारत सरकार ने पाकिस्तान को कई बार चेतावनी दी है कि वह आतंकवादियों को शरण देना बंद करे और भारत के खिलाफ अपनी आतंकी नीति को बदलें, लेकिन पाकिस्तान अपनी नापाक गतिविधियों से बाज नहीं आ रहा।
भारत का संदेश: अब आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी
भारत का यह कदम यह साबित करता है कि सरकार अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और सख्त बनाने के लिए तैयार है। पहलगाम हमले में निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद, भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आतंकवादियों को किसी भी सूरत में शरण देने वालों को छोड़ने वाला नहीं है। अब भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करेगा और किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक संघर्ष
पहलगाम हमले के बाद हुई इस बड़ी कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक संघर्ष के लिए तैयार है। आतंकवादियों के घरों में विस्फोट करके सुरक्षा एजेंसियों ने एक मजबूत संदेश दिया है कि आतंकवादियों को अब कोई भी जगह नहीं मिलेगी। भारत ने यह भी साफ कर दिया है कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति बदलनी होगी, अन्यथा उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
भारत का यह कदम कश्मीर घाटी में आतंकवाद के सफाए की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है और यह पूरी दुनिया को यह संदेश देता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है।
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