प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “यात्रा शुरू हो गई है…”, और इसके साथ ही विकसित भारत की दिशा में एक नए युग की शुरुआत का संदेश दिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं, प्राथमिकताओं और भावी रोडमैप पर विस्तार से बात की।
यह वक्तव्य सिर्फ एक घोषणा नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण है – एक ऐसा दृष्टिकोण जिसमें भारत को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि सामाजिक, तकनीकी और बुनियादी ढांचे के स्तर पर भी आत्मनिर्भर और वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाना है।
विकसित भारत की परिकल्पना क्या है?
प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि विकसित भारत का सपना केवल जीडीपी ग्रोथ या विदेशी निवेश तक सीमित नहीं है। यह एक समावेशी विकास की बात करता है, जिसमें गांव से लेकर शहर तक, किसान से लेकर युवा तक, हर वर्ग को आगे बढ़ाने की योजना है।
इस अभियान में चार मुख्य स्तंभ हैं:
- आर्थिक मजबूती
- तकनीकी सशक्तिकरण
- सामाजिक न्याय
- सांस्कृतिक आत्मसम्मान
युवाओं और तकनीक पर विशेष ज़ोर
पीएम मोदी ने उत्तर भारत के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि आज भारत के छोटे शहरों और कस्बों से भी युवाओं के स्टार्टअप दुनिया में पहचान बना रहे हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और हरियाणा जैसे राज्यों में स्किल इंडिया मिशन के जरिए लाखों युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
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कृषि और ग्रामीण भारत की उन्नति
प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र पर बात करते हुए बताया कि डिजिटल एग्रीकल्चर, ड्रोन तकनीक, और फसल बीमा योजना जैसे कदम किसानों को सशक्त बना रहे हैं। उत्तर भारत के लाखों किसान इन योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है।
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और हर घर जल योजना के तहत गांवों में बुनियादी सुविधाएं तेजी से पहुँचाई जा रही हैं।
आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर – नए भारत की पहचान
पीएम मोदी ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास की रफ्तार को और तेज किया गया है। उत्तर भारत में हाईवे, एक्सप्रेसवे, रेलवे, और मेट्रो प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने खास तौर पर दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, और चारधाम प्रोजेक्ट जैसे कार्यों का उल्लेख किया।
महिलाओं की भागीदारी और सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री ने कहा कि “बिना नारी शक्ति के, विकसित भारत की कल्पना अधूरी है।” उत्तर भारत में महिलाओं के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, मुद्रा योजना, और उज्ज्वला योजना जैसी योजनाएं बदलाव ला रही हैं। इन पहलों ने महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया है।
भविष्य की दिशा – सबका साथ, सबका विकास
पीएम मोदी का संदेश स्पष्ट था – यह यात्रा केवल सरकार की नहीं है, बल्कि 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक यात्रा है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम सभी मिलकर, एकजुट होकर, इस लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें।
उन्होंने उत्तर भारत के नागरिकों से अपील की कि वे इस परिवर्तन की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाएं, अपने बच्चों को शिक्षित करें, टेक्नोलॉजी को अपनाएं और देश के विकास की धारा में खुद को शामिल करें।
प्रधानमंत्री मोदी का “यात्रा शुरू हो गई है” वाला संदेश केवल एक भाषण नहीं, बल्कि एक आह्वान है – एक ऐसा आह्वान जो हर भारतीय को विकसित भारत की यात्रा में सहभागी बनने के लिए प्रेरित करता है। उत्तर भारत, जिसकी जनसंख्या और सामाजिक-सांस्कृतिक ताकत देश की रीढ़ है, इस परिवर्तन की अगुवाई कर सकता है।
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