नई दिल्ली | मोहम्मद सिराज ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय क्रिकेट में वह क्यों सबसे भरोसेमंद तेज़ गेंदबाज़ों में से एक हैं। भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ 2025 के अंतिम मुकाबले में जब लग रहा था कि इंग्लैंड आसानी से जीत हासिल कर लेगा, तभी सिराज ने वो करिश्मा कर दिखाया जो क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 35 रन चाहिए थे और उनके 7 विकेट बाकी थे। हर किसी को लग रहा था कि भारत ये मैच हार जाएगा। लेकिन सिराज ने पांच विकेट झटककर इंग्लैंड की जीत को हार में बदल दिया और भारत ने ये मुकाबला सिर्फ 6 रन से जीत लिया।
मैच का रोमांच असंभव को किया संभव
इंग्लैंड की टीम मजबूत स्थिति में थी। स्कोरबोर्ड पर 332/3 का स्कोर था और ज़रूरत थी सिर्फ 35 रनों की। लेकिन भारतीय गेंदबाज़ों, खासकर मोहम्मद सिराज, ने वो कर दिखाया जो शायद खुद इंग्लैंड ने भी नहीं सोचा था।सिराज ने लगातार विकेट चटकाते हुए जो रूट, बेयरस्टो और स्टोक्स जैसे बल्लेबाज़ों को आउट किया। उनकी गेंदबाज़ी में गति, स्विंग और जज़्बा सब कुछ था। सिराज ने इस पारी में 5 विकेट लिए और इंग्लैंड की पूरी टीम को 367 रन पर ढेर कर दिया।
टीम इंडिया की ‘फाइटिंग स्पिरिट’
भारत ने यह मुकाबला सिर्फ नहीं जीता, बल्कि ये दिखाया कि मैदान पर आखिरी बॉल तक लड़ने का नाम ही क्रिकेट है।
कप्तान रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा और खासकर सिराज — सभी ने मिलकर वो टीम वर्क दिखाया जिसने सीरीज़ को 2-2 से ड्रॉ करवा दिया।इस जीत में खास बात यह रही कि दबाव की घड़ी में भी खिलाड़ियों ने अपना आत्मविश्वास नहीं खोया। सिराज की हर विकेट पर टीम के उत्साह और खिलाड़ियों का एकजुटता दिखाती है कि टीम इंडिया में जीत की भूख अभी ज़िंदा है।
क्रिकेट फैंस के लिए यादगार लम्हा
भारत की यह जीत टेस्ट क्रिकेट के उन मुकाबलों में शामिल हो चुकी है जिन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।फैंस के लिए ये सिर्फ एक मैच नहीं था यह था भावनाओं, संघर्ष और जुनून का संगम।
क्या कहता है ये मैच भारत की टेस्ट टीम के बारे में?
भारत की यह जीत दिखाती है कि भारतीय टेस्ट टीम में आज भी लड़ने का माद्दा है। चाहे हालात जैसे भी हों, अगर जज़्बा हो तो कोई भी मुकाबला जीता जा सकता है।सिराज की गेंदबाज़ी ने एक बार फिर से भारत को टेस्ट क्रिकेट में विश्वस्तरीय टीम साबित किया।
क्रिकेट इतिहास की सबसे रोमांचक जीतों में से एक
यह मुकाबला सिर्फ जीत-हार की कहानी नहीं थी, बल्कि यह था भारतीय क्रिकेट की उस जज़्बे और हौसले की कहानी, जिसने असंभव को भी मुमकिन कर दिखाया।मोहम्मद सिराज की गेंदबाज़ी, टीम का संयम और कप्तानी रणनीति सबने मिलकर एक ऐसी जीत रची जो क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगी।
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