बड़े पर्दे पर देशभक्ति की मिसाल थे मनोज कुमार, इन 10 फिल्मों से लोगों में जगाया देश प्रेम

हिंदी सिनेमा में जब भी देशभक्ति की बात होती है, तो सबसे पहले नाम आता है मनोज कुमार का। शुक्रवार की सुबह भारतीय फिल्म जगत के लिए बेहद दुखद रही, जब यह खबर आई कि ‘भारत कुमार’ कहे जाने वाले मनोज कुमार का 87 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनकी देशभक्ति से भरपूर फिल्मों ने भारतीय दर्शकों के दिलों में देश प्रेम की भावना जगाने में अहम भूमिका निभाई।

मनोज कुमार ने न केवल बतौर अभिनेता बल्कि बतौर लेखक और निर्देशक भी कई शानदार देशभक्ति फिल्मों का निर्माण किया। आइए उनकी 10 बेहतरीन देशभक्ति फिल्में जानते हैं, जिन्होंने हर भारतीय के दिल में देश प्रेम का जज्बा भरा।

1. शहीद (1965)

भगत सिंह की जिंदगी पर आधारित यह फिल्म आज भी भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ बॉयोपिक्स में गिनी जाती है। मनोज कुमार ने भगत सिंह का किरदार निभाकर सभी का दिल जीत लिया।

2. उपकार (1967)

‘जय जवान, जय किसान’ के नारे को पर्दे पर साकार करने वाली यह फिल्म देशभक्ति की मिसाल है। इसमें मनोज कुमार ने एक किसान और सैनिक दोनों की भूमिका निभाई थी।

3. पूरब और पश्चिम (1970)

इस फिल्म में मनोज कुमार ने भारतीय संस्कृति और मूल्यों को बेहद खूबसूरती से दर्शाया। फिल्म का गीत भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं” आज भी हर देशभक्त के दिल में गूंजता है।

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4. रोटी, कपड़ा और मकान (1974)

यह फिल्म सामाजिक मुद्दों के साथ देशभक्ति की भावना को दर्शाती है। मनोज कुमार की इस फिल्म ने बेरोजगारी, गरीबी और भ्रष्टाचार जैसे विषयों को उठाया।

5. क्रांति (1981)

स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित यह फिल्म देशभक्ति की प्रेरणा देती है। इस फिल्म में मनोज कुमार के साथ दिलीप कुमार, शत्रुघ्न सिन्हा और हेमा मालिनी जैसे दिग्गज कलाकार थे।

6. दस नंबरी (1976)

इस फिल्म में भी समाज में बदलाव और देश के लिए कुछ करने का संदेश दिया गया था।

7. संतोषी मां (1975)

धार्मिक आस्था पर आधारित यह फिल्म भी लोगों को भारतीय संस्कृति और मूल्यों के करीब ले गई।

8. हिंदुस्तान की कसम (1973)

यह फिल्म भारतीय सेना की बहादुरी और बलिदान को दर्शाती है।

यह फिल्म एक फौजी की कहानी दिखाती है, जो अपने देश के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार रहता है।

10. जय हिंद (1999)

मनोज कुमार द्वारा निर्देशित यह फिल्म भारत माता के प्रति प्रेम और समर्पण को दर्शाती है।

निष्कर्ष

मनोज कुमार ने अपने जीवन में केवल फिल्में नहीं बनाईं, बल्कि देशभक्ति को पर्दे पर जीवंत कर दिया। उनकी फिल्में आज भी हर भारतीय को प्रेरित करती हैं। भले ही वह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका योगदान हमेशा अमर रहेगा। मनोज कुमार जी को श्रद्धांजलि!

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