पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए दोषी ठहराया है। ट्रम्प का कहना है कि ज़ेलेंस्की ने एक बहुत बड़ी और शक्तिशाली ताकत, रूस के खिलाफ युद्ध शुरू किया, जो अमेरिका और पश्चिमी दुनिया के लिए गंभीर परिणामों का कारण बन सकता है। उनका कहना है कि किसी छोटे देश को रूस जैसे बड़े देश के खिलाफ युद्ध में कूदने से पहले अधिक सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए था।
ट्रम्प का बयान
ट्रम्प ने कहा, “आप अपने से 20 गुना बड़े और शक्तिशाली व्यक्ति, यानी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ युद्ध शुरू नहीं कर सकते। यह किसी भी तरह से समझदारी नहीं है। उन्होंने ज़ेलेंस्की के नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि यूक्रेन को पहले अपनी सीमाओं के भीतर ही अपनी स्थिति को समझना चाहिए था और बड़ी ताकतों के साथ संघर्ष करने से बचना चाहिए था।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रम्प की राय
ट्रम्प ने रूस-यूक्रेन युद्ध को एक बड़ी गलती और पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर संकट बताया। उनका मानना है कि यह युद्ध पश्चिमी देशों के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि इससे वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ रहा है। ट्रम्प ने अमेरिका के कड़े रुख और यूक्रेन को सहायता देने के फैसले पर भी सवाल उठाए।
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ज़ेलेंस्की का नेतृत्व
ट्रम्प ने ज़ेलेंस्की के नेतृत्व पर भी टिप्पणी की और कहा कि उन्होंने बहुत जल्दबाजी में निर्णय लिया। उनका मानना था कि ज़ेलेंस्की ने युद्ध की शुरुआत से पहले पूरी स्थिति का सही से आकलन नहीं किया। हालांकि, ट्रम्प ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि युद्ध जल्द खत्म हो और दोनों पक्ष शांति की ओर बढ़ें।
अमेरिका की भूमिका
ट्रम्प ने इस मुद्दे पर अमेरिका की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस युद्ध में अपनी पूरी शक्ति का इस्तेमाल करने के बजाय एक और समझौता करने का तरीका ढूंढना चाहिए था, जिससे युद्ध से बचा जा सकता था। उन्होंने अमेरिका की विदेश नीति को ज्यादा संतुलित और सावधान रहने की सलाह दी।
डोनाल्ड ट्रम्प का यह बयान रूस-यूक्रेन युद्ध पर एक नए दृष्टिकोण को उजागर करता है। क्या वाकई में ज़ेलेंस्की ने बिना पर्याप्त सोच-विचार के रूस के खिलाफ युद्ध शुरू किया? क्या ट्रम्प का यह कहना सही है कि छोटे देशों को बड़ी ताकतों के खिलाफ सीधे युद्ध में कूदने से बचना चाहिए? यह बयान वैश्विक राजनीति में एक नया विवाद पैदा कर सकता है, और आने वाले समय में हम देखेंगे कि यह युद्ध किस दिशा में बढ़ता है।
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